बांग्लादेश में हुई हिंसा को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कई टिप्पणियां की थीं. जिसके बाद बांग्लादेश ने अमेरिका पर पलटवार किया है (Bangladesh hits back at USA). बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वो भी अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर हुए हमले को लेकर चिंतित है.
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16 जुलाई को सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर ढाका के आसपास के इलाकों में हिंसा हुई. इसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. इसी को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई थी, जिस पर अब बांग्लादेश का जवाब आया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने दावा किया था कि हिंसा के दौरान बांग्लादेश में दो लोगों की मौत हुई है. मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने शांतिपूर्ण रूप से प्रदर्शन कर रहे लोगों के विरुद्ध हिंसा की निंदा की थी. अब उनकके इन दावों को खारिज करते हुए बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने कहा,
“ऐसे निराधार दावों के लिए बिना जांच के जानकारी का उपयोग हिंसा को बढ़ावा दे सकता है. अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर हमले की घटना से हम बेहद चिंतित हैं.”
हालांकि डिप्लोमैटिक बयानबाजी के बीच बांग्लादेश में हिंसा जारी है. ताजा हिंसा में तीन लोगों की मौत की खबर है. इंडिया टुडे में एएफपी के हवाले से छपी खबर के मुताबिक 16 जुलाई को सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर ढाका के आसपास के इलाकों में हिंसा हुई. कई समूहों के बीच हुई हिंसक झड़पों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. इससे पहले 15 जुलाई को हुई हिंसा में 400 से अधिक लोग घायल हुए थे.
रिपोर्ट के मुताबिक छात्र कई सप्ताह से लगभग हर दिन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वो सरकार से मेरिट आधारित योजना शुरू करने की मांग कर रहे हैं. आरक्षण में कटौती की मांग कर रहे छात्र और सत्तारूढ़ अवामी लीग पार्टी का समर्थन करने वाले प्रदर्शनकारियों के बीच 16 जुलाई को झड़प हुई. इसमें लाठियों से मारपीट की गई और पत्थर फेंके गए.
रिपोर्ट्स के मुताबिग बांग्लादेश के कई शहरों में सैकड़ों छात्र रैलियों में शामिल हुए. उन्होंने रेलवे लाइन और हाईवे जाम कर दिए. चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पुलिस निरीक्षक अलाउद्दीन ने जानकारी दी कि दक्षिण-पश्चिमी बंदरगाह शहर में एक छात्र और एक मजदूर की मौत हो गई. अधिकारी ने बताया,
"मजदूर को गोली लगी थी, छात्र को अन्य चोटें आई थीं.”
देश के उत्तरी हिस्से में मौजूद रंगपुर में पुलिस आयुक्त मोहम्मद मोनिरुज्जमां ने एएफपी को बताया कि झड़प में एक छात्र की मौत हो गई है. अधिकारी ने ये स्पष्ट नहीं किया कि छात्र की मौत का कारण क्या था. पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए रबर की गोलियों और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया था.
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