बांग्लादेश में एक बार फिर प्राचीन हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई. पश्चिमी बांग्लादेश के झेनैदाह जिले के दौतिया गांव में ब्रिटिश काल में बने काली मंदिर में भीड़ ने हमला किया. यहां काली मां की मूर्ती को नुकसान पहुंचाया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमले के समय मंदिर में कोई सुरक्षा नहीं थी, इसलिए आसानी से हमले किया जा सका. फिलहाल मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
बांग्लादेश में हिंदू मंदिर में भीड़ ने की तोड़फोड़, पुजारी बोले- प्राचीन मंदिर को नुकसान पहुंचाया
यह घटना बांग्लादेश में 10 दिन चलने वाले दुर्गा पूजा उत्सव के खत्म होने के कुछ देर बाद ही हुई.


वहीं काली मंदिर समिति के अध्यक्ष सुकुमार कुंडा ने बांग्लादेशी मीडिया को बताया,
“झेनैदाह जिले के दौतिया गांव में काली मंदिर पर भीड़ ने हमाला किया और माता की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया. ये काली मंदिर ब्रिटिश काल से ही हिंदुओं की पूजा का स्थल रहा है.”
बांग्लादेशी मीडिया के मुताबिक मामले को लेकर स्थानीय पुलिस सहायक अधीक्षक अमित कुमार बर्मन ने शुक्रवार, 7 अक्टूबर को बताया,
“अज्ञात लोगों ने मंदिर में एक देवता की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया है. पुलिस ने केस दर्ज कर बड़े स्तर पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा.”
यह घटना बांग्लादेश में 10 दिन चलने वाले दुर्गा पूजा उत्सव के खत्म होने के कुछ देर बाद ही हुई. इसे लेकर बांग्लादेश पूजा उत्सव परिषद के महासचिव और ढाका यूनिवर्सिटी में गणित के प्रोफेसर चंदनाथ पोद्दार ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि इस घटना को छोड़कर इस साल पूरे बांग्लादेश में दुर्गा पूजा उत्सव शांतिपूर्वक मनाया गया. उन्होंने कहा,
‘’यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. लेकिन नवरात्रि और दशहरे के त्यौहार में पिछले 10 दिनों से सब शांतिपूर्ण रहा, ये अकेले ही ऐसी घटना सामने आई है."
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश में पिछले साल भी दुर्गा पूजा समारोह के दौरान सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे. तब हुई हिंसा में कम से कम छह लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हो गए थे. मुस्लिम बहुल बांग्लादेश की 16.9 करोड़ आबादी में हिंदुओं की संख्या करीब 10 फीसदी की है.
VIDEO: दुनियादारी: जानिए बांग्लादेश में हिंदू मंदिर पर हुए हमले की पूरी कहानी!











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