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पुलिस की जीप में आए थे हत्यारे? स्थानीय लोगों ने कैमरे पर क्या-क्या दावे किए?

स्थानीय लोगों ने सुनाई हत्या की पूरी कहानी!

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स्थानीय लोगों ने बताया क्या-क्या हुआ था | फोटो : आजतक

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर कुछ लोगों ने बड़ा दावा किया है. इनका कहना है कि हत्याकांड को पुलिस की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है. 

अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यूपी तक से जुड़े आनंद राज मौके पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत की. इन लोगों का दावा है कि घटना के समय वो घटनास्थल पर ही मौजूद थे.

इनमें से एक शख्स ने बताया,

'घटना से कुछ देर पहले पुलिस की चार गाड़ियां कॉल्विन अस्पताल अस्पताल आई थीं. इनमें जो दो गाड़ियां पहले आईं उनमें अतीक और अशरफ थे. इसके कुछ देर बाद जो दो गाड़ियां आईं उनमें से मर्डर के आरोपी उतरे थे. जिन्होंने गोलियां मारीं वो चारों लड़के पुलिस के साथ ही आए थे.'

इस दौरान एक अन्य व्यक्ति ने बताया,

'वो पुलिस की गाड़ी से उतरे और आई कार्ड प्रेस रिपोर्टर का लगाए हुए थे. उन्होंने गोलियां मारनी शुरू कर दीं, पुलिस वाले भाग गए. सात राउंड गोलियां चलीं. और जब गोलियां चल गईं तो पुलिस वाले चारों को लेकर चले गए.'

आरोपियों को लेकर पुलिस ने क्या बताया?

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज के कमिश्नर रमित शर्मा ने कहा कि हमलावर मीडियाकर्मी बन कर आए थे. तीन लोगों को पकड़ा गया है और उनसे पूछताछ जारी है. एक पुलिसकर्मी घायल हुआ है. अतीक अशरफ को मेडिकल के लिए लाया गया था. तभी ये घटना हो गई. अभी हमलावरों से पूछताछ जारी है.

इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि तीनों आरोपी प्रयागराज के बाहर के रहने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक, आरोपी लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है. वहीं अरुण मौर्य हमीरपुर का निवासी है. तीसरा आरोपी सनी कासगंज से है.

योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतीक और अशरफ को धूमलगंज थाने के इंस्पेक्टर राजेश मौर्य की टीम मेडिकल के लिए ले गई थी. घटना के दौरान राजेश ही सबसे सीनियर अफसर थे जो अतीक को लाए थे. बता दें, माफिया अतीक अहमद की हत्या (Atiq Ahmed Murder) के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच का आदेश दिया है. हत्या के बाद योगी आदित्यनाथ राज्य के पुलिस अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. बैठक के बाद सीएम ने तीन सदस्य ज्यूडिशियल कमिशन (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के निर्देश भी दिए हैं.

वीडियो: अतीक अहमद की हत्या पर अखिलेश यादव ने क्या बड़ा बयान दिया है?