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सरबजीत के हत्यारे पर गोली चलाने वाले को इस भारतीय सेलिब्रिटी ने कहा 'थैंक यू', लश्कर हेड ऑफिस में मीटिंग!

पाकिस्तान की जेल में करीब दो दशक रहने के बाद मई 2013 में सरबजीत (Sarabjit Singh) की हत्या कर दी गई थी. उन पर जेल के ही कुछ कैदियों ने हमला कर दिया था. जिसमें अमीर सरफराज (Amir Sarfaraz) का नाम भी आया था.

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यह पोस्ट उन्होंने ‘अमीर सरफराज की गोली मारकर हत्या’ कर देने की खबर पर लिखा है. (Image: India Today)

सरबजीत सिंह की हत्या का आरोपी अमीर सरफराज (Amir Sarfaraz) मारा गया. पाकिस्तान के लाहौर में अज्ञात हमलावरों ने ‘अंडरवर्ल्ड डॉन’ सरफराज उर्फ ‘तांबा’ की गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले में बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है. रणदीप ने सरफराज के अज्ञात हत्यारों को शुक्रिया भी कहा है. बताया जा रहा है सरफराज वही शख्स है, जिसने लाहौर के कोट लखपत जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह (Sarabjit Singh) की हत्या कर दी थी.

सोशल मीडिया पोस्ट में क्या कहा?

सरफराज की हत्या के बाद रविवार 14 अप्रैल की शाम रणदीप ने अपने X (twitter) पर एक पोस्ट किया. उन्होंने पोस्ट में लिखा,

कर्म.
'अज्ञात हमलावरों' शुक्रिया
अपनी बहन दलबीर कौर को याद कर रहा हूं. पूनम और स्वप्नदीप को प्यार भेज रहा हूं. 
आज शहीद सरबजीत सिंह को कुछ तो इंसाफ मिला है.

यह पोस्ट उन्होंने ‘अमीर सरफराज की गोली मारकर हत्या’ कर देने की खबर को जोड़ते हुए किया है.

India Today की खबर के मुताबिक अज्ञात हमलावर मोटर साइकिल से आए थे. उस वक्त सरफराज लाहौर में अपने घर में था. बताया जा रहा है कि हमलावरों ने सरफराज के घर की घंटी बजाई. जब दरवाजा खोला गया तो हमलावर घर में घुसे और कई गोलियां चलाईं. जिसके बाद सरफराज को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन हालत गंभीर होने के चलते उसकी मौत हो गई.

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टॉप आतंकियों ने की मीटिंग

रिपोर्ट के मुताबिक लाहौर के लश्कर की मस्जिद और हेड ऑफिस में लश्कर के टॉप आतंकियों की एक मीटिंग भी हुई. मीटिंग में सरफराज की हत्या पर चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि सरफराज का स्वागत खुद हाफिज सईद ने किया था.

जेल में कर दी गई थी सरबजीत की हत्या

भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह (Sarabjit Singh) पंजाब के रहने वाले थे. जिन्हें 14 पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या, 1990 में पाकिस्तान में ब्लास्ट करने और जासूरी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी. जिसका विरोध सरबजीत के परिवार और भारत सरकार ने भी किया था. उनके परिवार का कहना था कि खेती करते वक्त सरबीत गलती से बॉर्डर के उस पार चले गए थे.

करीब दो दशक पाकिस्तान की जेल में रहने के बाद मई 2013 में सरबजीत की हत्या कर दी गई थी. उन पर जेल के ही कुछ कैदियों ने हमला कर दिया था. जिसमें अमीर सरफराज का नाम भी आया था. ये हमला भारत में 2001 के संसद हमले के आरोपी अफजल गुरु को फांसी देने के कुछ दिन बाद ही किया गया था. 

लेकिन बाद में सबूतों की कमी का हवाला देते हुए पाकिस्तान की अदालत ने सरफराज को बरी कर दिया था. 

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