उदयपुर में अपने साथी छात्र को चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल करने वाले आरोपी छात्र पर बड़ी कार्रवाई हुई है. उसके घर पर बुलडोजर चलाया गया है. शहर के खांजीपीर की दीवानशाह कॉलोनी में बने इस घर को प्रशासन ने अवैध निर्माण बताकर बुलडोजर चला दिया है. मौके पर भरी तादाद में पुलिस बल की मौजूदगी में प्रशासन ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.
उदयपुर: चाकू मारने वाले के 'घर' चला बुलडोजर, पर इस मकान का मालिक तो कोई और निकला
Udaipur में चाकू मारने वाले आरोपी छात्र के घर पर बुलडोजर चला है, मौके पर भारी तादाद में पुलिस बल तैनात है. चाकूबाजी घटना में गंभीर रूप से घायल हुए छात्र का इलाज किया जा रहा है. उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है.


आजतक से जुड़े सतीश शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक मकान को बुलडोजर से ध्वस्त करवाने से पहले नगर निगम के अधिकारियों ने उसका बिजली कनेक्शन काट दिया. इसके बाद मकान को खाली करवाया गया. जब यह सुनिश्चित कर लिया गया कि मकान के अंदर कोई नहीं है, तब दो जेसीबी से मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई. अधिकारियों का दावा है कि मकान के जिस हिस्से को तोड़ा गया है, वो अवैध था.
रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार, 17 अगस्त की सुबह ही नगर निगम और वन विभाग ने अवैध निर्माण को लेकर घर पर नोटिस चिपकाया था. इसमें परिवार को घर खाली करने के लिए 3 दिन का टाइम दिया गया था. हालांकि, शनिवार को ही घर को खाली करवाकर तुड़वा दिया गया. ये भी पता लगा है कि नगर निगम की टीम ने जिस मकान को तोड़ा है, वह आरोपी छात्र के पिता का नहीं था. वे इस घर में किराए पर रह रहे थे.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना की गंभीरता को देखते हुए झड़प वाले इलाकों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. चाकू से हमले की वजह से घायल हुए छात्र की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है. उसका इलाज डॉक्टरों की निगरानी में किया जा रहा है. जिस अस्पताल में छात्र का इलाज चल रहा है, वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
उदयपुर कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा,
"हमारी प्राथमिकता है कि बच्चे को उचित इलाज मिले. बच्चे की हालत में सुधार हुआ है. मैं सभी से आग्रह करता हूं कि अफवाह ना फैलाएं. आरोपियों को हिरासत में लिया गया है ताकि पता लगाया जा सके कि उनके पास अवैध हथियार कहां से आए."
मामला क्या है?
घटना उदयपुर के भट्ठियानी चौहट्टा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की है. लंच ब्रेक के बाद 10वीं क्लास में पढ़ने वाले दो छात्रों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई. दोनों की उम्र 15 साल बताई गई. मामला इतना बढ़ा कि एक छात्र ने दूसरे को चाकू मार दिया. इसके बाद नाबालिग आरोपी फरार हो गया. घायल छात्र को महाराणा भूपाल (MB) अस्पताल पहुंचाया गया. छात्र का इलाज जारी है. बताया गया कि उसकी स्थित नाजुक है और उसे ICU में शिफ़्ट किया गया है.
जानकारी के मुताबिक़, दोनों छात्र अलग-अलग समुदाय के थे. जब हिंदू संगठन को इसके बारे में पता चला, तो संगठन के लोग अस्पताल के बाहर इकट्ठा हो गए और जमकर नारेबाजी की. आक्रोशित भीड़ ने शहर में कई वाहनों के साथ तोड़फोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया. संगठन के लोगों ने कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
पुलिस ने अब तक क्या-क्या किया?
उदयपुर के कलेक्टर अरविंद पोसवाल, एडिशनल SP उमेश ओझा, संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट समेत कई अधिकारियों ने मामले को शांत कराने की कोशिश की. इलाक़े में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लगाई गई है. 16 अगस्त की रात 10 बजे से अगले 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी किया गया. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
वीडियो: 'बेटी पढ़ी पर बची नहीं..' मोदी सरकार से क्या मांग रहे हैं ये हजारों डॉक्टर्स?















.webp)


