
मितेश ने वडोदरा शहर में दी लल्लनटॉप की एंटी फ़ेक न्यूज़ वर्कशॉप अटेंड की थी.
वो एक वायरल मैसेज की सच्चाई जानना चाहते हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के पूर्वज मुस्लिम थे. और उनकी बेटी और देश की प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी ने एक मुस्लिम से शादी की थी. मितेश चाहते हैं कि 'दी लल्लनटॉप' इसकी ख़बर की पड़ताल करे और उन तक सच पहुंचाए.
दावा
पंडित जवाहरलाल नेहरू के वंशज (पूर्वज) मुस्लिम थे और उनकी बेटी ने भी मुस्लिम से शादी कीपड़ताल #1 दावा तर्क सम्मत और तथ्यआधारित होना चाहिए, यानी कुछ भी आयं-बाएं-साएं बोलने से बचना चाहिए, जैसा इस दावे में किया गया है. इस दावे की पड़ताल 'दी लल्लनटॉप' पहले भी कर चुका है. दोबारा आपके सामने तथ्य पेश कर रहे हैं. नेहरू गांधी परिवार 18 सदी के शुरूआती दौर में कश्मीर से आकर दिल्ली बस गया था. जवाहरलाल नेहरू के पूर्वज राज नारायण कौल सपरिवार दिल्ली में आए थे. मुगल बादशाह फर्रुखसियर, जिसने दिल्ली तख़्त पर 1713 से 1719 तक शासन किया, उसने राज नारायण कौल के काम (कश्मीर के इतिहास पर लिखी किताब) से प्रभावित होकर दिल्ली में बसने का न्योता दिया था. कौल कश्मीरी ब्राह्मणों का उपनाम होता है. अब कौल से नेहरू कैसे हुए इस पर हमने एक स्टोरी विस्तार से लिखी है. ये लिंक है
, आप उसे भी पढ़ सकते हैं.

इस रिपोर्ट में नेहरू-गांधी परिवार के इतिहास के बारे में पूरी तफसील से बताया है. जानकारी कश्मीर पर किताबें लिख चुके लेखकों से बात करके पुख़्ता की गई है.
#2 नेहरू मेमोरियल में जवाहरलाल नेहरू के परिवार के बारे में तमाम जानकारियां उपलब्ध हैं. उनमें से एक है नेहरू गांधी परिवार की पुश्तों के बारे में बताता फैमली ट्री. यहां नेहरू के दादा गंगाधर कौल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक, सबका नाम दर्ज है.

ये है नेहरू परिवार की वंशावली. इसमें गंगाधर नेहरू से आने वाली पुश्तों के नाम हैं (फोटो: नेहरू मेमोरियल म्यूजियम ऐंड लाइब्रेरी)
दावे का दूसरा हिस्सा 'नेहरू की बेटी यानी इंदिरा गांधी ने एक मुस्लिम से शादी की थी'. अब ऐसा है कि कोई आंख बंद करके बोले कि मुझे कुछ नहीं दिख रहा, तो फिर ये चीटिंग है. इंदिरा गांधी की शादी फिरोज़ गांधी से हुई थी. ये फैक्ट है, सच्चाई है. फिरोज़ गांधी पारसी थे, मुस्लिम नहीं. उनका अंतिम संस्कार भी पारसी रीति-रिवाज से हुआ है. पारसी समुदाय में दो तरह से अंतिम संस्कार होता है. मृत्यु के बाद या तो ऊंचे टावर पर शरीर को छोड़ दिया जाता है या फिर दफनाया जाता है. फिरोज़ को दफ़नाया गया है. उनकी कब्र इलाहाबाद के पारसी कब्रगाह में मौजूद है.
नतीजा 'दी लल्लनटॉप' की पड़ताल में ये वायरल मैसेज पूरी तरह झूठ निकला. पं नेहरू के पूर्वज मुस्लिम नहीं थे. उनका परिवार हिंदू धर्म मानने वाला कश्मीरी ब्राह्मण कुनबा था, जो अपने नाम के साथ कौल-नेहरू उपनाम लगाते थे.
ज़रूरी नोट- इस खबर की पड़ताल एक ज़रूरी बात जोड़नी ज़रूरी है. कौन किस धर्म को मानता है, किसने किस धर्म को मानने वाले या वाली से शादी की, ये निजी विषय है. भारत का संविधान(जिसके मुताबिक ये देश चलता है) इसकी पूरी इजाज़त देता है. कायदे से ये सिर्फ उन दो लोगों का फैसला होना चाहिए जो शादी कर रहे हैं.
खैर,
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