ये गांव खबरों में तब आया जब एक सर्वे में पता चला कि यहां जुड़वा बच्चों की संख्या नॉर्मल से ज्यादा है. 20,000 लोगों की जनसंख्या वाले इस गांव में टोटल 500 जुड़वा पेयर हैं. यानी 1000 जुड़वा बच्चे. इन बच्चों की तस्वीरें और वीडियो उतारने के लिए मीडिया वाले और रिसर्चर इनके स्कूलों और घरों तक पहुंच जाते. अपने बच्चों की प्राइवेसी डिस्टर्ब होने से बच्चों के मम्मी-पापा परेशान हैं, और ग्राम पंचायत से इसके खिलाफ नियम बनाने की मांग की.

Credit: Niklas Halle'n
इधर ग्राम पंचायत ने माना कि ये एक सीरिअस मुद्दा है. बच्चों की फोटोग्राफी, फिल्मिंग और इंटरव्यू रोकने के लिए ग्राम पंचायत ने एक स्पेशल कमिटी बनाने का ऐलान किया. इस कमिटी में कुछ जुड़वा बच्चों के मम्मी-पापा भी शामिल होंगे.
इन बच्चों का इंटरव्यू करवाना कई लोगों के लिए बिजनेस बनता जा रहा था. कुछ लोग रिसर्च के लिए आई स्टडी टीमों से कमीशन खा कर जुड़वा बच्चों से उनकी मुलाकात करवाया करते थे.