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रामदेव के पतंजलि गुरुकुलम पर 4 बच्चों को बंधक बनाने का आरोप, छोड़ने के लिए मांगे 6 लाख रुपए

परिवार का आरोप, कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट के बाद भी बच्चों से मिलने नहीं दिया. पतंजलि से टेस्ट कराने का दबाव बनाया.

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रामदेव (फोटो: रॉयटर्स)
योग गुरु रामदेव. बीते दिनों ऐलोपैथ की बुराई करके फंसे थे. अब उनके पतंजलि योगपीठ का नाम बेहद संवेदनशील मामले में सामने आया है. पतंजलि योगपीठ के हरिद्वार में चल रहे वैदिक कन्या गुरुकुलम से चार बच्चों को छुड़ाया गया है. बच्चों के घरवालों का आरोप है कि गुरकुलम का प्रबंधन बच्चों को वापस भेजने के नाम पर छह लाख रुपए वसूलने की कोशिश कर रहा था. बच्चे छत्तीसगढ़ के गरियाबंद से पढ़ने के लिए वहां गए थे.
दैनिक भास्कर के मुताबिक़,गरियाबंद के कौशल सिन्हा पेशे से शिक्षक हैं. उनके दो बच्चे गुरुकुलम में पढ़ते हैं. इसके अलावा उनकी पत्नी के भाई के भी दो बच्चे यहां पढ़ते हैं. कौशल सिन्हा का आरोप है कि जब वो बच्चों से मिलने पहुंचे तो कोरोना टेस्ट के नाम पर उन्हें मिलने से मना कर दिया गया. कौशल सिन्हा ने इस घटना की जानकारी छत्तीसगढ़ सरकार को दी. सरकार की दखल के बाद 27 मई की देर रात बच्चे उनके परिवार को सौंपे गए. चार बच्चों के लिए मांगे छह लाख रुपये दैनिक भास्कर के मुताबिक़, 26 मई को कौशल और उनके ससुर ललित राम सिन्हा बच्चों से मिलने गुरुकुलम पहुंचे. परिवार वालों का आरोप है कि रुड़की अस्पताल की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव होने के बावजूद उन्हें बच्चों से मिलने नहीं दिया गया. वहां उनसे कहा गया कि पतंजलि में कोरोना जांच कराना ज़रूरी है. रिपोर्ट चार दिनों बाद मिलेगी और उसके बाद ही उन्हें बच्चों से मिलने दिया जा सकता है.
Patanjali Gurukul Haridwar
हरिद्वार स्थित पतंजलि गुरुकुलम (फ़ोटो- पतंजलि गुरुकुलम वेबसाइट का स्क्रीनग्रैब)

बच्चों के पिता कौशल ने बताया कि उन्होंने गुरुकुलम की लचर व्यवस्था की वजह से बच्चों को वापस लाने का फ़ैसला किया था. वो ये भी दावा करते हैं कि हर एक बच्चे के लिए उन्होंने 65 हजार रुपए गुरुकुलम में जमा कराए थे. लेकिन जब उन्हें वापस ले जाने की बात हुई तो अधिकारियों ने हर एक बच्चे के लिए डेढ़-डेढ़ लाख रुपए जमा करने को कहा. मुख्यमंत्री बघेल ने पतंजलि पर साधा निशाना इस मसले पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया. पतंजलि गुरुकुलम पर बच्चों को बंधक बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा,
“पतंजलि गुरुकुल स्कूल में छत्तीसगढ़ के चार छात्रों को बंधक बनाए जाने की शिकायत मुझ तक पहुंची थी. गरियाबंद कलेक्टर और एसपी की पहल पर बंधक बनाए गए बच्चों को छोड़ दिया गया है. मैं बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं.”
गुरुकुलम ने जवाब देने से किया इनकार इस घटना पर द लल्लनटॉप ने पतंजलि गुरुकुलम से संपर्क किया. फ़ोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने अपना नाम बताने से इनकार किया और इस मसले पर कोई भी टिप्पणी करने से भी मना कर दिया.

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