जगदीप धनखड़ के अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद नए उपराष्ट्रपति का चुनाव होना है. इस बीच बागी तेवर अपनाने वाले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने 3 अगस्त को कहा कि इस चुनाव का नतीजा लगभग तय है. उन्होंने कहा कि यह साफ है कि BJP जिसे उम्मीदवार बनाएगी वही जितेगा.
शशि थरूर से पूछा गया, 'कौन बनेगा उपराष्ट्रपति?' उनका जवाब सुनकर कांग्रेस तो चिढ़ ही जाएगी
उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को होगा.

पत्रकारों से बातचीत में थरूर ने कहा,
"हम जानते हैं कि जिसको भी सत्ताधारी पार्टी नामित करेगी, वही उपराष्ट्रपति बनेगा. क्योंकि हम पहले से ही चुनने वालों की संख्या जानते हैं."
हालांकि, थरूर ने आगे कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि वे विपक्ष से भी विचार-विमर्श करेंगे, लेकिन कौन जाने?"
केरल से सांसद थरूर हाल ही में कांग्रेस पार्टी से कथित मतभेदों को लेकर भी चर्चा में हैं. खासकर तब जब उन्हें मोदी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ भारत का संदेश दुनिया तक पहुंचाने के लिए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया था. कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जताई थी कि पार्टी से पूछे बिना उन्हें नामित किया गया और फिर अमेरिका व अन्य देशों में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने पर भी नाराज़गी जताई.
बतौर IFS अधिकारी कभी संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले और मनमोहन सरकार में मंत्री रहे थरूर को ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में बहस के दौरान पार्टी ने वक्ताओं की सूची में भी शामिल नहीं किया. इस पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने बस एक शब्द में जवाब दिया, "मौनव्रत." लेकिन सूत्रों के हवाले से ऐसी भी खबरें आई कि कांग्रेस ने थरूर से चर्चा में शामिल होने के लिए कहा था, लेकिन थरूर ने ही मना कर दिया. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर वो सरकार और प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में हैं.
थरूर ने उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया को समझाते हुए कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में राज्यों की विधानसभाएं भी हिस्सा लेती हैं. लेकिन उपराष्ट्रपति का चुनाव केवल संसद सदस्यों द्वारा होता है.
उपराष्ट्रपति चुनावचुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी कर बता दिया है कि उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को होगा. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मतदान की स्थिति में संसद भवन की पहली मंज़िल पर स्थित वसुधा भवन के कमरा नंबर F-101 में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक कराया जाएगा. नतीजे उसी दिन घोषित कर दिए जाएंगे.
इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा. दोनों सदनों के सदस्य मतदान करते हैं. राज्यसभा के मनोनीत सदस्य भी वोट देने के पात्र होते हैं. यानी राज्यसभा के 233 निर्वाचित और 12 मनोनीत सदस्य, और लोकसभा के 543 सदस्य उपराष्ट्रपति के चुनाव में मतदान करते हैं. वर्तमान में राज्यसभा में 5 और लोकसभा में 1 सीट खाली है, जिससे कुल प्रभावी निर्वाचक मंडल की संख्या 782 रह गई है.
वीडियो: धनखड़ से पहले किस उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर हुआ था विवाद