34 साल बाद कोर्ट ने बेहमई कांड के आरोपी को नाबालिग माना
कानपुर देहात का ये गांव जहां फूलन देवी ने कत्लेआम मचाया था. उसके एक आरोपी ने कहा मैं उस वक्त सिर्फ 15 साल का था.

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1981 का बेहमई कांड सुना-पढ़ा होगा. कानपुर का एक गांव जहां फूलन देवी ने अपने साथ हुई कथित ज्यादती का बदला लिया था. बाकी डाकुओं के साथ मिलकर 21 ठाकुरों का बेरहमी से मर्डर कर दिया था. उसके एक आरोपी पर कोर्ट का फैसला आया है. कि वो इस कांड को अंजाम देते वक्त नाबालिग था. वो इस वक्त बेल पर बाहर हैं. उम्र अब 50 साल है. सात बच्चों के बाप हैं. सबसे बड़ा लड़का 24 साल का है. राजाराम सिंह का भाई बनवारी इस कत्लेआम में मारा गया था. उसने 35 लोगों के खिलाफ केस किया था. कानपुर देहात के सिकंदरा पुलिस स्टेशन में. केस हुआ तो जांच शुरू हुई. इस बीच तमाम आरोपी निपट गए. कुछ पुलिस इनकाउंटर में. कुछ अपनी मौत मरे. सरकारी वकील राजू पोरवाल ने बताया. कि इस आरोपी ने 2008 में अपनी स्कूली सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी लगाई कोर्ट में. साथ में एप्लीकेशन कि देख लिया जाए जज साहब. हमारी उम्र नाजुक थी तब. कोर्ट ने कहा कि इससे काम नहीं चलेगा. ओरिजनल लगाओ, 2015 में उसने हाईस्कूल का सर्टिफिकेट लगा दिया. साथ में उस स्कूल के कागजात जहां से आठवीं पास की थी. सब ओरिजनल. 23 नवंबर 2015 को मान लिया गया कि हां, वो नाबालिग था. बचाव पक्ष के वकील गिरीश नारायण दुबे का कहना है कि कागज साफ साफ बता रहे हैं. मुजरिम उस वक्त 15 साल 8 महीने 13 दिन का था. कागजी कार्यवाही हम कर दिए हैं. केस एकदम लास्ट स्टेज पर है. 25 जनवरी को केस की अगली सुनवाई है. उदयवीर सिंह के घर के चार लोग मारे गए थे इस कांड में. वो कह रहे हैं हम मानेंगे नहीं. अगर यहां कोर्ट उसको जुवेनाइल मान कर छोड़ देती है तो हम हाईकोर्ट में अपील करेंगे. देखने वालों ने देखा है कि वो नाबालिग नहीं था. अब ये सोचो जो कानून है जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट 2000. उसके मुताबिक अगर मुजरिम नाबालिग साबित हो जाए. तो उसका दिमाग ठिकाने पर लाने के लिए तीन साल के लिए बाल सुधार गृह भेज दिया जाता है. अगर ये बुढ़ऊ फैसला आने के बाद नाबालिग साबित हो भी गए. तो किस बाल सुधार गृह में जाएंगे. क्योंकि अब तो इनके बाल गोपाल बड़े बड़े हो गए हैं और भौंहों तक के बाल पक गए हैं. https://www.youtube.com/watch?v=0owtaJik528 फिल्म बैंडिट क्वीन देखी होगी तो ये सीन याद होगा. नहीं देखा हो तो देख लो. इसमें सीमा बिस्वास थी फूलन देवी के रोल में.