यूक्रेन (Ukraine) के क्रेमेंचुक शहर में सोमवार 27 जून को एक मिसाइल हमले में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई. यह हमला शहर के एक शॉपिंग मॉल पर हुआ. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बताया कि हमले के वक्त मॉल के भीतर करीब एक हजार लोग थे. यूक्रेन ने इस हमले का आरोप रूस पर लगाया है. राष्ट्रपति ने कहा कि यह यूरोपीय इतिहास का सबसे खतरनाक आतंकी हमला है. हमले में करीब 60 लोग घायल भी हुए हैं.
भरे हुए मॉल में रूस ने मिसाइल दागी, दर्जन भर से ज़्यादा लोगों को मार डाला
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यह यूरोपीय इतिहास का सबसे खतरनाक आतंकी हमला है.

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, पोल्तावा क्षेत्र के गवर्नर दीमित्रो ल्यूनिन ने हमले को 'युद्ध अपराध' बताया है. क्रेमेनचुक पोल्तावा क्षेत्र में आता है. ल्यूनिन ने कहा कि ये हमला मानवता के खिलाफ अपराध है. उन्होंने कहा कि आसपास कोई मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर भी नहीं है इसलिए ये आम नागरिकों के खिलाफ एक आतंकी हमला है.
वहीं यूक्रेन के विदेश मंत्री दीमित्रो कुलेब ने ट्विटर पर हमले का वीडियो शेयर किया. उन्होंने लिखा,
"रूस मानवता के लिए एक कलंक है और उसे इसका परिणाम जरूर भुगतना पड़ेगा. इसके जवाब के लिए यूक्रेन को और अधिक हथियार मिलने चाहिए. रूस पर और अधिक प्रतिबंध लगे और वहां से बिजनेस खत्म हो."
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के बाद कई लोग अब भी लापता हैं. रात होते ही कई परिवार आसपास के होटल में रुक गए ताकि रेस्क्यू के दौरान खबर मिल सके. अधिकारियों को आशंका है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. यूक्रेन का मध्य-पूर्वी शहर क्रेमेंचुक रूस नियंत्रित इलाकों से 130 किलोमीटर दूर है. शहर की आबादी करीब 2 लाख 20 हजार है. रूस ने अब तक इस हमले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस हमले की निंदा की है. उधर, जर्मनी में जुटे जी-7 देशों ने भी इस मिसाइल हमले को नृशंस अपराध बताया है. इन देशों ने यूक्रेन को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मैक्रों ने भी इस हमले के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया. जी-7 देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा,
एक और शहर पर रूस का कब्जा"निर्दोष नागरिकों पर यह हमला युद्ध अपराध है. जब तक हो सके, हम यूक्रेन को वित्तीय, मानवीय और सैन्य सहायता पहुंचाएंगे."
यूक्रेन के एक और पूर्वी शहर लिसिचांस्क पर रूस ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, लुहांस्क के गवर्नर सर्हे हैदी ने लिसचांस्क में रह रहे लोगों को शहर छोड़ने के लिए कहा है. मारियुपोल के बाद रूस ने लिसचांस्क के पास एक और शहर सेवेरोदोनेत्स्क को अपने कब्जे में ले लिया. यहां रूस कई हफ्ते से बमबारी कर रहा था.
इस साल 24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर 'विशेष सैन्य कार्रवाई' के नाम पर युद्ध की शुरुआत की थी. पिछले चार महीने में हजारों लोग मारे गए हैं. लाखों लोग विस्थापित हुए हैं. अमेरिका सहित कई पश्चिमी देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए. हालांकि ये युद्ध अब भी जारी है. रूस ने कई बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल तक की चेतावनी दे डाली है.