पाकिस्तानी फौज बहुत अलग किस्म की फौज है. ये न सिर्फ राजनीति में बहुत दखल देती है बल्कि पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था में भी फौज की पहुंच जड़ों तक जाती है. इसने कई दफा मिलिट्री तख्तापलट करके जम्हूरियत को आईना दिखाया है या चुनौती दी है. अयूब खान से आसिफ मुनीर तक, 7 दशकों में पकिस्तान की सेना ने मिलिट्री एथिक्स को कई बार तार-तार किया है. कभी भ्रष्टाचार के केस मिले तो कभी अय्याशियों के किस्से, किसी जनरल ने बूचड़खाने से बदतर कत्लेआम करवाए तो किसी ने अपने बिजनेस खड़े किए. खासतौर से परवेज़ मुशर्रफ के बाद वाले तो अब ‘प्लॉट काटने वाले’ कहे जाते हैं. पाकिस्तान के जनरल्स के किस्सों को जानने के लिए देखें तारीख का ये एपिसोड.