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वो एक्टर, जिसने शाहरुख़ ख़ान की फर्जी डिग्री बनवा दी थी

जो कंस भी बना और डाकू भी.

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'कभी हां कभी ना'. शाहरुख़ ख़ान के करियर की शायद सबसे क्यूट फिल्म. एक ऐसे नौजवान की कहानी जिसमें कोई ख़ूबी नहीं लेकिन जिसकी ख्वाहिश हरदिलअज़ीज़ होने की है. एवरेज स्टूडेंट है, फेल हो गया है लेकिन बेइज्ज़ती नहीं करवाना चाहता. इस चक्कर में फर्जी मार्कशीट बनवाने एक डॉन की शरण में पहुंच गया है.
डॉन जो कि लड़के का फैन है, ख़ुशी-ख़ुशी नकली मार्कशीट बनवा देता है. आगे उस मार्कशीट से बहुत कुछ होता है लेकिन हमारी दिलचस्पी उस किस्से में नहीं है. हमारी दिलचस्पी तो उस डॉन में है. एंथोनी गोम्स नाम के गैंगस्टर का वो कलरफुल किरदार निभाने वाले एक्टर का नाम है गोगा कपूर. जिन्हें बहुत सी छोटी-बड़ी फिल्मों में हमने देखा है. ज़्यादातर विलेन या उसकी साइड किक के रोल में. गोगा कपूर 80 और 90 के दशक में दर्जनों हिंदी फिल्मों का हिस्सा रहे.
पहले आप वही दिलचस्प गाना देख लीजिए जो एंथोनी गोम्स की कहानी है:

गोगा कपूर का असली नाम रविंदर कपूर था. अपने शुरुआती दिनों में उन्होंने बहुत से इंग्लिश प्ले किए. थिएटर में उनकी महारत देखकर जल्द ही उन्हें इंडस्ट्री से बुलावा आ गया. उन्होंने रीजनल भाषाओं की फिल्मों में ढेर सारा काम किया. वो डायरेक्टर मनमोहन देसाई की फिल्मों का परमानेंट हिस्सा थे. मनमोहन देसाई ने जितनी भी फ़िल्में की, लगभग सभी में उनका रोल रहा. चाहे छोटा हो या बड़ा. अमिताभ के प्राइम टाइम में उनकी भी कमोबेश हर फिल्म में गोगा कपूर का नाम क्रेडिट्स में दिख जाता है. आज हम गोगा कपूर के तीन ख़ास किरदारों को याद करेंगे.

# कंस (महाभारत सीरियल, 1988)

बी. आर. चोपड़ा का महान सीरियल महाभारत. कितने ही अभिनेताओं को जीवनभर की पहचान दिलाने वाला सीरियल. मल्टी स्टारर वाले डिपार्टमेंट में बरगद के विशाल पेड़ जैसी हैसियत रखने वाली कलाकृति. दर्जनों स्टार्स से भरी हुई स्टार कास्ट में अगर कोई एक किरदार याद रह जाए तो ये उस एक्टर के लिए उपलब्धि ही होती है. गोगा कपूर ने निभाए 'कंस' के किरदार को ऐसी ही मकबूलियत मिली.
कंस की भूमिका में गोगा कपूर.
कंस की भूमिका में गोगा कपूर.

# डाकू शैतान सिंह (तूफान, 1989)

क्रिश' से काफी पहले इंडिया की पॉपुलर सुपरहीरो फिल्म का ख़िताब अमिताभ बच्चन की फिल्म 'तूफान' के नाम था. मनमोहन देसाई की फिल्म. फुल बॉलीवुड मसाला मूवी. इसमें गोगा कपूर ने मेन विलेन का किरदार निभाया था. डाकू शैतान सिंह का. दो जुड़वा अमिताभ बच्चन के पिता का हत्यारा शैतान सिंह. जिसकी वजह से दोनों भाइयों को बचपन में ही जुदा होना पड़ा. बहुत फैनफेयर के साथ रिलीज़ हुई इस फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर कुछ ज़्यादा जलवा तो नहीं रहा लेकिन गोगा कपूर के निभाए खलनायक को बहुत सराहना मिली.
डाकू शैतान सिंह, जिसका हाथ काट दिया गया था.
डाकू शैतान सिंह, जिसका हाथ काट दिया गया था.

#गोगा (पत्थर के फूल, 1991)

सलीम ख़ान की सलमान के लिए लिखी हुई फिल्म. अपने नामराशि विलेन का किरदार निभाया था गोगा कपूर ने. गैंगस्टर्स की गैंग में अंडरकवर एजेंट बन के रह रहे इन्स्पेक्टर विजय पे शक़ करता इकलौता गैंग का सदस्य. जो आख़िरकार उसकी जान ले के ही मानता है. पेंच ये है कि इंस्पेक्टर विजय अपने हीरो के पिता थे. ज़ाहिर सी बात है सल्लू भाई से मुठभेड़ होनी ही थी.
पत्थर के फूल.
पत्थर के फूल.

इन फिल्मों के अलावा गोगा कपूर ने 'गंगा जमुना सरस्वती', 'क़यामत से क़यामत तक', 'सागर', 'अग्निपथ', 'मर्द' जैसी दर्जनों हिट फिल्मों में काम किया. 3 मार्च 2011 को 70 साल की उम्र में लम्बी बीमारी से जूझते उनका देहांत हो गया.


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