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ऑस्कर अवार्ड हो गया, वहां पर दरी-गद्दा और खाने का काम किस टेंट हाउस को मिलता है?

किसे मिलता है ऑस्कर वाली मूर्ति बनाने का ठेका और किसे खाना बनाने का?

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ऑस्कर सेरेमनी पार्टी (प्रतीकात्मक फोटो- इंडिया टुडे)

ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी (Oscar Award Ceremony) सिनेमा जगत से जुड़े दुनिया भर के लोगों और सिनेमा देखने वालों के लिए सबसे बड़ा फेस्ट होता है. इस बार भारत के हिस्से भी दो ऑस्कर अवॉर्ड आए. शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' (The Elephant Whisperers) ने ऑस्कर में 'बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म' का ऑस्कर और मूवी RRR के गाने Naatu Naatu ने बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग कैटेगरी का ऑस्कर अवॉर्ड जीत लिया. इस साल की ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी भारतीय समय के मुताबिक सोमवार 13 मार्च को सुबह 5.30 बजे जबकि लॉस एंजिलिस में ये सेरेमनी वहां के वक़्त के मुताबिक रविवार रात 8 बजे शुरू हुई.

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साल 2001 से हॉलीवुड के डॉल्बी थिएटर में आयोजित की जा रही ऑस्कर सेरेमनी में रात को बंपर पार्टी चलती है. खूब पैसा खर्च होता है. 3 लाख रुपए की लागत से बनने वाले 24 कैरेट गोल्ड-कोटेड अवॉर्ड से लेकर, विनर्स के नाम सहेजने वाले लिफ़ाफ़े तक और खाने-पीने से लेकर, पर्दा, फूल और बाकी साजो-सामान तक. ये सारा इंतजाम कुछ नामी गिरामी कंपनियों को सौंपा जाता है. कौन-कंपनी क्या काम करती है, बारी-बारी से जानते हैं-

#R.S. ओवेंस (Owens & Company)-

बिज़नेस आर्गेनाईजेशन US Chamber of Commerce की वेबसाइट CO में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़ ऑस्कर जीतने वालों को हर साल जो 13.5 इंच लंबाई का जो स्टैच्यू बतौर अवॉर्ड मिलता है उसे साल 1982 से R.S. Owens & Company बनाती है. इस कंपनी की शुरुआत शिकागो में 1938 में हुई थी. शिकागो में 82 हजार स्क्वायर फीट के एरिया में इसकी फैसिलिटी है. यहां हर तरह के अवॉर्ड बनते हैं. ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल Diario AS की रिपोर्ट के मुताबिक एक ऑस्कर अवॉर्ड को बनाने में 400 डॉलर यानी करीब 3 लाख 28 हजार से ज्यादा रुपये लगते हैं. पहले ऑस्कर के बाद से अब तक 2 हजार 947 ऑस्कर स्टैच्यू बनाए जा चुके हैं. ऑस्कर स्टैच्यू को मेट्रो-गोल्डविन-मेयर के चीफ़ आर्ट-डायरेक्टर, सेड्रिक गिबन्स ने डिजाइन किया था.

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#मार्क फ्रीडलैंड कॉउचर कम्युनिकेशंस (Marc Friedland Couture Communications)-

ऑस्कर सेरेमनी में हर केटेगरी के विनर्स के नाम जिस सीलबंद लिफ़ाफ़े में लिखकर रखे जाते हैं, उसे बनाने वाली कंपनी का नाम मार्क फ्रीडलैंड कॉउचर कम्युनिकेशंस है. ख़बरों के मुताबिक ये लिफ़ाफ़े हाथ से बनाए जाते हैं. इनके अन्दर एक कार्ड होता है जिस पर विनर का नाम लिखा होता है. 4 औंस वजन के एक लिफ़ाफ़े को बनाने में 200 डॉलर यानी 16 हजार रुपए से ज्यादा का खर्च आता है. ऑस्कर की कुल 24 कैटेगरी हैं. इनके लिए लिफाफों के 4 सेट बनाने में 100 घंटे से ज्यादा का वक़्त लगता है.

#सिकोइया प्रोडक्शंस (Sequoia Productions)-

ऑस्कर सेरेमनी में प्रोडक्शन प्लानिंग का सारा काम सिकोइया प्रोडक्शंस नाम की कंपनी करती है. ये कंपनी पूरी दुनिया में बड़े-बड़े इवेंट ऑर्गनाइज करने के लिए जानी जाती है. माने टेंट-पर्दा कैसा रहेगा, स्टेज पर लाइट्स का कॉम्बिनेशन क्या होगा, ये सब तय करना इस कंपनी का काम है.

#पोर्टलैंड रोस्टिंग कंपनी (Portland Roasting Company)- 

अकादमी अवॉर्ड देर रात तक चल सकते हैं. लोग जागते रहें इसके लिए चाहिए होती है कॉफ़ी. और ये जिम्मेदारी पोर्टलैंड रोस्टिंग कंपनी की होती है.

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#रिसोर्स वन (Resource One)-

20 साल से ज्यादा वक़्त से रिसोर्स वन नाम की कंपनी स्पेशल इवेंट्स के लिए टेक्सटाइल का काम देखती है. ये कंपनी लॉस एन्जिलिस बेस्ड है. Fox Business के मुताबिक ऑस्कर सेरेमनी जैसे बड़े कार्यक्रम में सिर्फ लिनेन के काम के लिए रिसोर्स वन 40 से 50 लाख रुपए तक लेती है.

#वोल्फगैंग पक (Wolfgang Puck)-

ऑस्कर सेरेमनी की रात की पार्टी में बढ़िया खाने की भी व्यवस्था रहती है. और बीते 20 साल से ये इंतजामात वोल्फगैंग पक नाम की कंपनी देख रही है. पार्टी में लज़ीज़ खाना देने के इनके काम में एक-दो और कंपनियां भी हाथ बंटाती हैं. इस बार सेरेमनी के मेन्यू में क्या था इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं. 

#प्राइवेट चौफ़र (Private Chauffeurs)-

ऑस्कर सेरेमनी में शामिल होने वाले लोगों की सुविधा के लिए बड़ी तादात में ड्राइवर्स भी उपलब्ध होते हैं. प्राइवेट चौफ़र नाम की कंपनी सेलेब्रिटीज को डॉल्बी थिएटर तक ले जाने और सेलेब्रिटीज को फैन्स से दूर रखने के लिए बढ़िया अनुभवी ड्राइवर्स मुहैया कराती है.

#मार्क गार्डन (Mark’s Garden)-

बीते 20 सालों से ऑस्कर सेरेमनी में फूलों की सजावट का काम मार्क गार्डन नाम की कंपनी करती है. ये कंपनी भी लॉस एंजिलिस बेस्ड है.

#प्राइस वाटरहाउस कूपर्स (PricewaterhouseCoopers)-

ऑस्कर के लिए वोटिंग होती है. वोट्स को गिने जाने के बाद विजेता के नाम का फैसला होता है. और ये काम प्राइस वाटरहाउस कूपर्स (PwC) नाम की कंपनी करती है. PwC में केवल दो लोग होते हैं जो वोटों को टैली करने का काम करते हैं. 

वीडियो: ऑस्कर विजेता अभिनेत्री मिशेल योह की कहानी, जिन्होंने एक्शन में जैकी चैन को गलत साबित कर दिया

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