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22 पुरुषों के बाद पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग की कमान संभाल रहीं गीतिका श्रीवास्तव कौन हैं?

पहली बार किसी भारतीय महिला अधिकारी को पाकिस्तान में ये बड़ा जिम्मा मिला है

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गीतिका श्रीवास्तव (फोटो सोर्स- आजतक)

भारत ने पहली बार पाकिस्तान में अपने उच्चायोग (High commission) की कमान एक महिला IFS अधिकारी के हाथों में सौंपी है. 2005 बैच की IFS ऑफिसर गीतिका श्रीवास्तव (Geetika Shrivastava) पाकिस्तान में भारतीय हाई कमीशन की चार्ज डी अफेयर्स (CDA) होंगी. वे अब तक इस पद पर रहे एम सुरेश कुमार की जगह लेंगी. सुरेश कुमार, वापस दिल्ली आ सकते हैं.

भारत और पाकिस्तान में सीमित राजनयिक संबंध हैं. और फिलहाल दोनों देशों के हाई कमीशन में कोई हाई-कमिश्नर नहीं है. साल 2019 में अजय बिसारिया, पाकिस्तान में भारतीय हाई कमीशन की कमान संभाल रहे थे. पाकिस्तान में अब तक के आखिरी हाई-कमिश्नर के तौर पर. ये उच्चायोग की सबसे ऊंची पोस्ट होती है. लेकिन 5 अगस्त, 2019 को भारत ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 और 35A को निष्प्रभावी किया. इसके बाद पाकिस्तान ने भारतीय हाई कमीशन का स्टेटस घटाने का निर्णय लिया था, और अजय बिसारिया वापस भारत आ गए थे. इसके बाद से सुरेश कुमार के पास, बतौर CDA, इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग का कार्यभार था. CDA का पद केंद्र सरकार में जॉइंट सेक्रेटरी रैंक पर तैनात अधिकारी को दिया जाता है. गीतिका श्रीवास्तव अब तक विदेश मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी थीं.

कौन हैं गीतिका श्रीवास्तव?

IFS ऑफिसर गीतिका फिलहाल विदेश मंत्रालय के इंडो-पेसिफिक डिवीज़न की प्रभारी हैं. ये डिवीजन दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन (Asean), इंडियन ओशियन रिम एसोसिएशन यानी IORA, फोरम फॉर इंडिया-पैसिफिक आईलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC) और इंडो-पेसिफिक इलाके के दूसरे निकायों को देखती है. इसके पहले वे इंडियन ओशियन रीजन के डिवीजन की भी निदेशक रही हैं. गीतिका ने चीन में भारतीय दूतावास में साल 2007 से 2009 के बीच सर्विसेज़ दी हैं. इसके अलावा वो कोलकाता के पासपोर्ट ऑफिस में भी काम कर चुकी हैं. इंडियन एक्सप्रेस में छपी शुभाजित रॉय की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेशी भाषा सीखने की ट्रेनिंग के दौरान गीतिका ने चीन की भाषा मंदारिन सीखी थी. तब वे चीन में ही कार्यरत थीं. 

अब तक सिर्फ पुरुषों ने ये पद संभाला है

अख़बार के मुताबिक, 1947 के बाद से पाकिस्तान में भारतीय हाई कमीशन की कमान पुरुष अधिकारियों के पास ही रही है. पाकिस्तान में भारतीय मिशन के 22 चीफ हुए हैं. ये सभी पुरुष थे. ये पहली बार है जब भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे राजनयिक संकट के दौरान, PM मोदी की सरकार ने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग की कमान महिला अधिकारी को सौंपी है. हालांकि पाकिस्तान में पहले भी भारत की तरफ से महिला राजनयिकों की तरफ से नियुक्ति हुई है. लेकिन उन्हें मिशन की सर्वोच्च जिम्मेदारी नहीं दी गई.

इधर पाकिस्तान ने भी दिल्ली में अपना नया CDA भेजा है. अब तक सलमान शरीफ दिल्ली में पाकिस्तान की तरफ से CDA का पद संभाल रहे थे. वे इस्लामाबाद लौट चुके हैं. अब उनकी जगह साद अहमद वाराइच ने ली है.

बता दें कि वियना कन्वेंशन के मुताबिक, CDA, निचले स्तर के राजनयिक संबंध निभाते हैं. दो देशों के बीच राजनीतिक संबंध तनावपूर्ण होने की स्थिति में CDA की नियुक्ति की जाती है. राजदूत के न होने पर हाई कमीशन की जिम्मेदारी इन्हीं के कन्धों पर रहती है. और जहां तक भारत-पाकिस्तान की बात है, ख़राब द्विपक्षीय संबंधों के चलते साल 2016 में दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को Persona Non Grata नियुक्त किया था. यानी दोनों ही देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को सरकारी तौर पर स्वीकार करने से मना कर दिया था.

वीडियो: पाकिस्तान और चीन में भारतीय राजदूत की जासूसी की जाती है?