
बॉलीवुड और अपराध जगत के लोगों को धमकाता था लॉकअप में ले जाने से पहले रवि पुजारी का मेडिकल चेकअप भी कराया गया. गजाली होटल फायरिंग मामले में रवि पुजारी के कई साथी जेल में बंद हैं. पिछले एक साल से कर्नाटक की जेल में बंद रवि पुजारी उससे पहले कई सालों तक फरारी काट रहा था. साल 2019 में भारत ने सेनेगल से पुजारी के प्रत्यर्पण को कहा था. साल 2020 के शुरू में सेनेगल ने रवि को भारत के हवाले कर दिया. जानकारी के मुताबिक देश में रवि पुजारी के ऊपर 100 से अधिक केस दर्ज हैं. इनमें से अधिकतर केस बॉलीवुड और उद्योग जगत के लोगों को धमकाने से जुड़े हैं.

चाय की दुकान से अपराध की अंधेरी राहों तक रवि पुजारी का जन्म कर्नाटक में हुआ था. ऐसा कहा जाता है कि मुंबई में वो चाय की एक दुकान पर काम करता था. इसी दौरान उसकी मुलाकात कुछ गैंगस्टर्स से हुई थी. कुछ वक्त उसने छोटा राजन के लिए भी काम किया. 1993 में हुए मुंबई धमाकों के बाद जब दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन अलग हुए, तो रवि ने भी अपना अलग गैंग बना लिया था और भारत से भाग गया था. इससे पहले साल 1992 में छोटा राजन पर एक जानलेवा हमला हुआ था. ऐसा कहा जाता है कि इस हमले में रवि पुजारी का हाथ था.

ऐसा कहते हैं कि रवि पुजारी को कई भाषाएं आती हैं. उसने अपना पैसा अफ्रीकी देशों में लगाया था. पुजारी सुर्खियों में बने रहने के लिए बॉलीवुड सितारों को धमकाया करता था, ताकि न्यूज़ बनें और लोग उसका नाम जानते रहें. कई बार तो वो खुद मीडिया के लोगों को फोन करके बताता था कि उसने किसको धमकी दी है. एक बार तो लाइव टीवी पर उसने इंटरव्यू दिया था और खुद को ग्लोरीफाई करने के लिए दाउद इब्राहिम को पकड़ने की बातें कही थीं.
रवि पुजारी मुंबई के बिल्डरों से रंगदारी लिया करता था. और पैसे नहीं देने पर उन पर फायरिंग करके डराता था. महेश भट्ट से लेकर रितेश देशमुख तक को, और सलमान खान से लेकर शाहरुख खान तक को रवि पुजारी धमकी दे चुका है. रवि पुजारी दुबई के बाद ऑस्ट्रेलिया में भी रहा था. आखिरकार उसने अफ्रीका की राह चुनी. अफ्रीका के सेनेगल में वो नाम बदल कर रहने लगा. नमस्ते इंडिया के नाम से एक फूड चेन खोल ली. उसे लगा कि अब शायद वो पकड़ा नहीं जाएगा, लेकिन मुंबई पुलिस ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और आखिरकार 2020 में भारत सरकार को उसके प्रत्यर्पण में सफलता मिली.