
सूचना सहायक भर्ती 2018 के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की तरफ से जारी किया गया पहला नोटिफिकेशन.
क्या है पूरा मामला?
# फरवरी 2018 में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 1302 पदों पर सूचना सहायकों की भर्ती के लिए वेकेंसी निकाली गई. # बाद में अति पिछड़ा वर्ग (MBC)को 5 प्रतिशत आरक्षण मिला और इस वेकेंसी में कुल पदों की संख्या हो गई 1343. # 12 मई 2018 को पहले चरण की लिखित परीक्षा हुई और उसमें 3 गुना अभ्यर्थियों को पास किया गया. अक्टूबर 2018 में टाइपिंग टेस्ट हुआ. # टाइपिंग टेस्ट में पास हुए 1.5 गुना कैंडिडेट्स को दिसंबर 2018 में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया. जनवरी 2019 में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम पूरा हुआ. # जुलाई 2019 में सेलेक्टेड कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी की गई. इस लिस्ट में 1252 कैंडिडेट्स के नाम थे. 21 कैंडिडेट्स की दूसरी लिस्ट नवंबर 2019 में और 26 कैंडिडेट्स की तीसरी लिस्ट दिसंबर 2019 में निकाली गई.

जुलाई 2019 में जारी फाइनल रिजल्ट
रिजल्ट जारी करने के बाद DOIT&C ने सफल कैंडिडेट्स को जॉइनिंग के लिए बुलाया. अधिकतर ने जॉइन भी कर लिया. कुछ लोगों ने नहीं जॉइन किया और कुछ लोगों ने एक्सटेंशन ले लिया. ऐसे में नियम यही होता है कि जिन लोगों नहीं जॉइन किया उनकी जगह वेटिंग में रखे गए कैंडिडेट्स को बुलाया जाए. लेकिन नहीं बुलाया गया.
वेटिंग लिस्ट का इंतजार कर रहे कैंडिडेट्स DOIT&C और राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के चक्कर काटते रहे. जब सफलता नहीं मिली तो RTI लगाई और पूछा कि सूचना सहायक भर्ती 2018 में चयनित 1252 कैंडिडेट्स में से कुल कितने कैंडिडेट्स ने तय समय-सीमा 45 दिनों के अंतर्गत अपनी ड्यूटी जॉइन नहीं की है? उनकी लिस्ट उपलब्ध कराइए. 7 जनवरी 2020 को RTI से जवाब आया. पता चला कि ऐसे लोगों की संख्या 100 से ज्यादा है. जिसके बाद वेटिंग लिस्ट का इंतजार कर रहे कैंडिडेट्स ने बोर्ड और DIOT&C पर दबाव बनाना शुरू किया.

कैंडिडेट्स को RTI के तहत मिला जवाब
वेटिंग लिस्ट का इंतजार कर रहे नरेंद्र मीणा बताते हैं,
हम लिखित परीक्षा, टाइपिंग टेस्ट पास करके यहां तक पहुचे हैं. हमारा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन भी हो चुका है. हम सेलेक्टेड कैंडिडेट्स की लिस्ट में नहीं आ पाए क्योंकि हम कुछ अंकों से पीछे रह गए. लेकिन अब जबकि नॉन जॉइनर्स की लिस्ट भी आ चुकी है. DOIT&C भी कह चुका है कि इतने लोग जॉइन नहीं कर रहे हैं तो फिर बोर्ड वेटिंग लिस्ट जारी क्यों नहीं कर रहा है? हम सिर्फ 100-120 के करीब कैंडिडेट है सो हमारी सुनने वाला कोई नहीं है. हम विभाग का चक्कर लगा-लगाकर थक गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
इसके पहले संगणक का रिजल्ट आया था. उनकी और हमारी परीक्षा लगभग साथ ही साथ हुई थी. दोनों राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने कराए. उनका रिजल्ट आया. हमारा भी रिजल्ट आया. उन्होंने मेन लिस्ट के बाद वेटिंग लिस्ट भी जारी की. पटवारी, ग्राम सेवक, संगणक सबकी वेटिंग लिस्ट आई. लेकिन हमारे यहां ऐसा कुछ नहीं हुआ.
हमने इतने चक्कर लगाए जयपुर में, हम बोर्ड के पास जाते तो वो DOIT&C में जाने को कहते. DIOT&C में जाते तो वे बोर्ड के पास भेजते. बोर्ड कहता कि हमें नॉन जॉइनर्स की लिस्ट DOIT&C से मिल जाए तो हम कल ही आपको वेटिंग लिस्ट निकाल कर दे देंगे. DOIT&C कहता कि वो हमें वेटिंग लिस्ट दे दें तो हम उसे भी जारी कर दें. अंत में DOIT&C ने 24 फरवरी 2020 को नॉन जॉइनर्स की लिस्ट निकाली.

DIOT&C की तरफ से जारी नॉन जॉइनर्स की लिस्ट.
24 फरवरी 2020 को जारी किए गए नॉन जॉइनर्स की लिस्ट में 107 कैंडिडेट्स का नाम है. DIOT&C ने साफ-साफ लिखा है कि इन कैंडिडेट्स ने निर्धारित समय बीत जाने के बावजूद अपनी ड्यूटी जॉइन नहीं की है. इसलिए इन कैंडिडेट्स का सूचना सहायक के पद पर सेलेक्शन तुरंत प्रभाव से निरस्त/समाप्त किया जाता है.
4 मार्च को ये लेटर राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के पास भेज दिया जाता है. कैंडिडेट्स का कहना है कि इसके लगभग 15 दिन बाद जब वे बोर्ड में गए तो वहां उन्हें कहा गया हफ्ते भर में वेटिंग लिस्ट जारी कर दी जाएगी. इसके बाद लॉकडाउन हो गया और अब तक वेटिंग लिस्ट जारी नहीं की गई है. ऐसा नहीं है कि लॉकडाउन में बोर्ड में कामकाज नहीं हो रहा है. लॉकडाउन के दौरान बोर्ड ने कई रिजल्ट जारी किए हैं.
बोर्ड का पक्ष जानने के लिए हमने उनके ऑफिशियल नंबर पर कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. हमने बोर्ड के सचिव मुकुट बिहारी जांगिड़ से भी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनकी तरफ से भी कोई जवाब नहीं मिला.
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