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कौन था वो लड़का, जो अटल बिहारी वाजपेयी से बेझिझक ईदी मांग लेता था

और ये हक अटल ने उसे दिया नहीं था, उसने खुद कमाया था.

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देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 10 बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा सांसद रहे. हालांकि, लोकसभा के जीते हुए 10 चुनाव के अलावा भी उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़े, जिनमें वो हारे थे. लखनऊ लोकसभा सीट से अटल ने सात बार चुनाव लड़ा. पहला 1954 में, दूसरा 1957 में और फिर 1991 से 2004 तक लगातार पांच बार.

1991 से जब अटल ने लखनऊ से चुनाव लड़ना शुरू किया था, तो लखनऊ के बीजेपी नेता आसिफ ऐजाज़ रिज़वी वो शख्स थे, जो अटल के नॉमिनेशन के दस्तावेज तैयार किया करते थे. इन कागज़ों में आय, निवास और आपराधिक रिकॉर्ड जैसे तमाम दस्तावेज़ जमा करने होते हैं. 1991-92 में जब यूपी में कल्याण सिंह की सरकार थी, तो ऐजाज़ उस सरकार में मंत्री भी थे.

ऐजाज़ के बेटे आसिफ ज़मां रिज़वी उनके नाम का कॉलेज चलाते हैं, जबकि उनकी बेटी शीमा रिज़वी सियासत में आईं. शीमा यूपी विधान परिषद की सदस्य भी बनीं और 2009 में उनका इंतकाल हो गया था.

ऐजाज़ के बेटे आसिफ अटल से जुड़ा एक किस्सा बताते हैं. वो बताते हैं कि उनके पिता के इंतकाल के बाद एक बार उनके मंत्री वाले बंगले पर ईद-मिलन का कार्यक्रम रखा गया. अटल उस कार्यक्रम में आए. आने के कुछ देर बाद उन्होंने ऐजाज़ को पास बुलाया और उनके कान में फुसफुसाते हुए कहा कि उन्हें टॉइलेट जाना है.

ऐजाज़ अहिस्ते से उन्हें टॉइलेट की तरफ ले गए और दरवाज़े के बाहर खड़े हो गए, ताकि कोई अटल को डिस्टर्ब न कर सके. जब अटल बाहर निकले और उन्होंने ऐजाज़ को यूं खड़े देखा, तो उन्हें ये बहुत मानवीय लगा. इसके बाद से अटल और ऐजाज़ के ऐसे रिश्ते हो गए थे कि ऐजाज़ कभी भी उनके पास जाकर बेझिझक ईदी मांग लेते थे. अटल भी खुशी-खुशी ऐजाज़ के हाथ में ईदी थमाते थे.


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