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CO अनुज चौधरी के सपोर्ट में बोले योगी आदित्यनाथ, अपने राजनीतिक भविष्य और महाकुंभ भगदड़ पर भी बहुत कुछ कह गए

Yogi Adityanath Political Future: होली और जुमा एक ही दिन यानी 14 मार्च को है. ऐसे में योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'पहले दो बजे तक होली का आयोजन होने दो. दो बजे के बाद आप जुमे की नमाज़ पढ़ना. कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी इसकी अपील की है. बाहर निकलना है, तो रंग से परहेज ना करें.'

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योगी आदित्यनाथ ने अपने भविष्य के रोल पर बात की. (फ़ोटो - इंडिया टुडे)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अपने राजनीतिक भविष्य पर बात की है. दिल्ली में बड़ी राजनीतिक भूमिका में जाने की संभावना के बारे में उन्होंने अटकलों को ख़ारिज किया. साथ ही, उन्होंने कहा कि वो गोरखनाथ मठ की पीठ में लौटने को लेकर ज़्यादा उत्साहित हैं. योगी आदित्यनाथ ने संभल के CO अनुज चौधरी (Anuj Chaudhary) के होली और जुमा वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है.

राजनीतिक भविष्य पर

दरअसल, योगी आदित्यनाथ में पहुंचे हुए थे. यहां जब उनसे BJP में उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल पूछा गया. तब वो बोले,

मैं कोई वारिस नहीं हूं. मैं सिर्फ़ एक योगी हूं और मैं सिर्फ़ एक योगी की तरह काम करना चाहता हूं. भारत माता के सहायक के रूप में मुझे उत्तर प्रदेश की ज़िम्मेदारी दी गई है और मैं उसी भूमिका में काम कर रहा हूं. मैं चाहूंगा कि काम करते हुए मुझे गोरखपुर जाने का मौक़ा मिले. तब मैं अपने योगी धर्म को आगे बढ़ा पाऊंगा.

Mahakumbh Stampede पर

योगी आदित्यनाथ से महांकुभ भगदड़ में हुई मौतों की संख्या और भगदड़ के बाद के समय के बारे में भी पूछा गया. इस पर उन्होंने कहा,

भगदड़ 28 और 29 जनवरी की दरम्यानी रात हुई. क़रीब 1.15 बजे से 1.30 बजे के बीच. ये दुर्भाग्यपूर्ण था. उस समय पूरे महाकुंभ क्षेत्र में 4 करोड़ श्रद्धालु थे. सुबह चार बजे से अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू होना था. हमारा अनुमान था कि 8 करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ के साक्षी बनने वाले थे. इसके अलावा, 2 करोड़ श्रद्धालुओं को अलग-अलग ज़िलों में रोका भी गया था.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आगे बताया,

हमारी प्राथमिकता थी कि अगर कोई दुर्घटना हुई है, तो हमें घायलों को ग्रीन कॉरिडोर के ज़रिए अस्पताल पहुंचाना है. 15 मिनट के अंदर उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. गंभीर रूप से घायल 65 लोग थे, जिनमें से 30 लोगों की मौत हो गई. उन्हें उनके परिजनों को सौंपा गया. इसी दौरान हमें 8 करोड़ जनता को पहले एरिया से सुरक्षित बाहर करना था. जब शाम पांच बजे तक ये काम हो गया, तब हमने स्थानीय अधिकारियों से कहा कि जो भी घटना हुई है, उसकी जानकारी हमें भी दीजिए और मीडिया को भी दीजिए. बाक़ी राज्य सरकार ने एक कमीशन गठित किया है, जो मामले की जांच कर रहा है.

Anuj Chaudhary के बयान पर

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में योगी आदित्यनाथ ने संभल के CO अनुज चौधरी के बयान पर भी बात की है. उन्होंने कहा,

जुमे की नमाज़ हर हफ़्ते होती है. लेकिन होली साल में एक बार होती है. ऐसे में पहले दो बजे तक होली का आयोजन होने दो. दो बजे के बाद आप जुमे की नमाज़ पढ़ना. कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी इसकी अपील की है. जाना है, तो रंग से परहेज ना करें. संभल का वो अधिकारी पहलवान रहा है. तो उसका बयान भी उसी हिसाब का है. पहलवान, अगर पहलवान की तरह बोलता है, तो कुछ लोगों को बुरा लगता है.

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बता दें, इस बार होली और जुमा एक ही दिन यानी 14 मार्च को है. ऐसे में उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में क़ानून व्यवस्था को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. ख़ासकर संभल जैसे संवेदनशील ज़िले में. क्योंकि पश्चिमी यूपी का संभल ज़िला सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील माना जा रहा है. यहां पुलिस अलर्ट पर है. दोनों समुदायों के लोगों के साथ ज़िले में पुलिस ने बैठक भी बुलाई गई थी.

इसी के मद्देनज़र संभल के CO अनुज चौधरी से भी क़ानून व्यवस्था को लेकर सवाल पूछा गया. इस पर उन्होंने पीस कमेटी की मीटिंग के बाद कहा,

जो लोग बैठक में नहीं आए हैं, उनको बता दिया जाए कि साल में 52 बार जुमा आता है. लेकिन होली एक दिन मनाई जाती है. जिसको होली खेलनी हो, और जिस भाई के अंदर होली खेलने की क्षमता हो, वही घर से बाहर निकले. वर्ना घर के अंदर रहकर ही नमाज पढ़ें. पुलिस-प्रशासन किसी भी तरह का उपद्रव बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है.

अनुज चौधरी के बयान की विपक्षी पार्टियों ने निंदा भी की थी.

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