राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार, 29 अक्टूबर को हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर भारतीय वायु सेना (IAF) के रफाल लड़ाकू विमान में सॉर्टी ली. इस दौरान भारत की एकमात्र और पहली महिला रफाल पायलट स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह से राष्ट्रपति की मुलाकात हुई. उन्होंने शिवांगी सिंह के साथ एक फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर की. जिसमें शिवांगी अपनी वर्दी में रफाल के सामने खड़ी दिख रही हैं.
कौन हैं IAF पायलट शिवांगी सिंह जिन्हें देखकर पाकिस्तान मुंह छिपा रहा होगा?
शिवांगी ने अपने फ्लाइंग करियर की शुरुआत मिग-21 बाइसन से की. बाद में 2020 में वो भारतीय वायु सेना के रफाल प्रोग्राम के लिए चुनी गईं. और उसी साल रफाल उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बनीं. शिवांगी वर्तमान में अंबाला के 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज’ में पोस्टेड हैं. ये भारतीय वायु सेना की पहली रफाल यूनिट है.


सोशल मीडिया पर इस तस्वीर की खूब चर्चा है. शिवांगी सिंह कौन हैं, ये जानने से पहले ऑपरेशन सिंदूर से उनके कनेक्शन के बारे में आपको बताते हैं.
दरअसल, इसी साल मई में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी ने दावा किया था कि उसने रफाल विमान को मार गिराया है. पाकिस्तान ने ये भी कहा था कि उसने रफाल उड़ा रही शिवांगी सिंह को पकड़ लिया था. हालांकि, भारत ने पाकिस्तान के इन सभी दावों को झूठा करार दिया था. और राष्ट्रपति के साथ खुद शिवांगी की मौजूदगी ने एक बार फिर पाकिस्तान के खोखले दावों की पोल खोली है.
वाराणसी की रहने वाली शिवांगी सिंह ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. इसी दौरान उन्होंने राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) की एयर विंग में हिस्सा लिया. इसके बाद उन्होंने हैदराबाद की वायु सेना एकेडमी (AFA) जॉइन की. शिवांगी सिंह 2017 में दूसरे महिला फाइटर पायलट बैच का हिस्सा थीं. इसी बैच के साथ उन्हें वायु सेना में कमीशन किया गया और वो अफसर बन गईं.
मिग से रफाल की सफरशिवांगी ने अपने फ्लाइंग करियर की शुरुआत मिग-21 बाइसन से की. बाद में 2020 में वो भारतीय वायु सेना के रफाल प्रोग्राम के लिए चुनी गईं. और उसी साल रफाल उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बनीं. शिवांगी वर्तमान में अंबाला के 17 स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरोज’ में पोस्टेड हैं. ये भारतीय वायु सेना की पहली रफाल यूनिट है.
शिवांगी ने फ्रांस में आयोजित एक्सरसाइज ओरियन 2023 जैसे अंतरराष्ट्रीय अभ्यासों में भारत को लीड किया है. उन्होंने पूर्वी लद्दाख और LOC जैसे संवेदनशील बॉर्डर इलाकों में ऑपरेशनल सॉर्टी भी उड़ाई हैं.
9 अक्टूबर 2025 को तमिलनाडु के तांबरम में फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स स्कूल में शिवांगी को एक बैज मिला था. वायु सेना ट्रेनिंग कमांड के वरिष्ठ वायु सेना अधिकारी, एयर मार्शल तेजबीर सिंह ने शिवांगी को क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर (QFI) बैज से सम्मानित किया था.
वीडियो: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ दिखीं स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह, पाकिस्तान के झूठ की खुल गई पोल












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