अमेरिका में पढ़ रही एक छात्रा के पिता ने दावा किया है कि भारत में वीजा कार्यालय ने उनके वीजा अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया है. नीलम शिंदे नाम की छात्रा के पिता आनंद शिंदे ने दावा किया है कि अधिकारियों ने उन्हें वीजा ऑफिस से “चले जाने को कहा". नीलम शिंदे अमेरिका के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं. वो वेंटिलेटर पर हैं. अस्पताल वाले पिछले कई दिनों से परिवार वालों को बुला रहे हैं. बेटी की हालत नाजुक है. इतना कुछ होने के बाद भी उनके पिता उनसे मिलने नहीं जा पा रहे हैं. क्यों? इसकी वजह आगे बताएंगे लेकिन उससे पहले पूरा मामला समझ लेते हैं.
बेटी का यूएस में हुआ एक्सीडेंट, हालत नाजुक, पिता का आरोप वहां जाने के लिए नहीं मिल रहा वीजा
नीलम शिंदे अमेरिका के एक अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं. वो वेंटिलेटर पर हैं. अस्पताल वाले पिछले कई दिनों से परिवार वालों को बुला रहे हैं. पिता ने बताया कि बेटी की हालत नाजुक है, लेकिन उन्हें वहां जाने के लिए वीजा नहीं मिल पा रहा है.

नीलम शिंदे महाराष्ट्र के सतारा की रहने वाली हैं. वो कुछ वक्त पहले सतारा से हजारों मील दूर अमेरिका गई थीं. पढ़ाई करने के लिए. नीलम को कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी में एडमिशन भी मिल गया. सब कुछ ठीक चल रहा था. लेकिन 14 फरवरी को हुई एक दुर्घटना ने नीलम और उसके परिवार में भूचाल ला दिया. दरअसल, उस दिन कैलिफोर्निया में नीलम को एक कार ने टक्कर मार दी. जिसकी वजह से नीलम के सीने और सिर पर गंभीर चोटें आईं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक नीलम के परिवार को इस घटना के बारे में 2 दिन बाद यानी 16 फरवरी को पता चला.
तब से कैलिफोर्निया के एक अस्पताल में नीलम का इलाज चल रहा है. नीलम कोमा में जा चुकी हैं. उनकी देखभाल के लिए अस्पताल प्रशासन नीलम के परिवार को जल्द से जल्द कैलिफोर्निया आने के लिए बोल रहा है. नीलम का परिवार भी अपनी लाडली तक पहुंचने के लिए पूरे जी-जान से लगा है. लेकिन वीजा जैसी प्रक्रियाओं ने पूरे परिवार को बेबस कर दिया है.
नीलम के पिता आनंद शिंदे का कहना है कि मुंबई के वीजा ऑफिस ने उनके तत्काल अमेरिकी वीजा के अनुरोध को नजरअंदाज कर दिया है. और उन्हें राज्य सरकार से भी कोई मदद नहीं मिल रही है. कोई उनकी बात सुनने के लिए तैयार नहीं है. सिर्फ नीलम के पिता ही नहीं, बल्कि उनका पूरा परिवार इस वक्त बेचैन है. भाई गौरव बताते हैं कि नीलम को पीछे से एक कार ने टक्कर मारी थी. ये हिट एंड रन का मामला है. जिसमें एक शख्स की गिरफ्तारी भी हुई है.
रिपोर्ट के अनुसार नीलम के चाचा ने बताया है कि उनके परिवार ने तत्काल वीजा के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, पूर्व सांसद श्रीनिवास पाटिल, और एक पूर्व विधायक से भी संपर्क किया. लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी. 26 फरवरी को सांसद सुप्रिया सुले ने नीलम के परिवार को वीजा दिलाने में मदद करने की अपील की. उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक्स पर टैग करते हुए पोस्ट किया. लिखा,
'छात्रा नीलम शिंदे का अमेरिका में एक्सीडेंट हो गया है और उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके पिता महाराष्ट्र से हैं. उनका अपनी बेटी से तुरंत मिलना बहुत जरूरी है. माननीय जयशंकर जी आपसे अनुरोध है कि कृपया मामले को देखें और मदद करें.'
हम भी नीलम शिंदे के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं. फिलहाल इंडिया टुडे के सूत्रों के हवाले से पता चला है कि केंद्र सरकार ने नीलम के परिवार के तत्काल वीजा के लिए अमेरिकी सरकार से संपर्क साधा है.
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