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अलीगढ़ में मॉब लिंचिंग, व्यापारी को गोतस्कर समझ भीड़ ने बुरी तरह पीटा

अलीगढ़ में भीड़ ने एक शख्स पर गोतस्करी का आरोप लगाकर बेरहमी से पीटा. स्थानीय पुलिस जब घटना पर पहुंची तब उन्हें अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने मामले में 19 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है. साथ ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है.

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इस मामले में 19 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज है और अब तक 2 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं. (फोटो-सोशल मीडिया)

गाय की रक्षा के नाम पर इंसानों पर ज़ुल्म का सिलसिला थम नहीं रहा है. उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िले से एक और मामला सामने आया है. खुद को गौरक्षक (cow vigilantism) मानने वाले कुछ लोगों ने एक 45 साल के शख्स पर गोतस्करी का आरोप लगाया और फिर उन्हें बेरहमी से पीटा. तब तक जब तक स्थानीय पुलिस बीच बचाव के लिए नहीं पहुंची. शरीफ कुरैशी इस वक़्त ज़ख़्मी हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया तक पहुंचा. पुलिस ने मामले में 19 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया है. साथ ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है.  

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पूरा मामला क्या है? 

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि शरीफ अपने मोटरसाइकिल से भैंस का मांस ले जा रहा था. तभी रास्ते में उसे कुछ लोगों ने रोका. उसपर गोतस्करी का आरोप लगाया. ध्यान रहे, भारत में गोमांस बेचना या खरीदना बैन है. शरीफ का आरोप है कि भीड़ ने उसे घेरकर मारना शुरू कर दिया. जब स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तब उन्होंने शरीफ को भीड़ से अलग किया. उसे तुरंत अस्पताल ले गए. पुलिस के मुताबिक़, शरीफ के चेहरे, हाथ और सिर पर चोट आई है. फिलहाल शरीफ अस्पताल में भर्ती है. 

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पुलिस ने शरीफ के बयान के आधार पर हरदुआगंज पुलिस थाना में FIR दर्ज किया. FIR में कुल 19 लोगों का नाम है जिनमें से 7 की पहचान हुई है और बाकी की पहचान अभी होनी है. पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है. इसके अलावा शरीफ के पास बरामद मांस के सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा गया है. सर्किल ऑफिसर राजीव द्विवेदी ने बताया,

शीलू राजपूत और अनुज नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. पीड़ित ने अपने लाइसेंस के आधार पर 20-25 किलो मांस खरीदा था. और अपने दुकान ले जा रहा था. शरीफ का दुकान हरदुआगंज इलाके में है. शरीफ पर हमला करने वाले भी हरदुआगंज के रहने वाले हैं. 

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शरीफ के घरवालों ने क्या कहा?

शरीफ कुरैशी दो दशक से हरदुआगंज इलाके में अपनी दुकान चला रहे हैं. वो शादीशुदा हैं और उनके चार बच्चे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक़, घरवालों का कहना है कि कुछ लोग कुछ दिनों से शरीफ के ताक में थे. वो शरीफ के आने-जाने के समय से वाक़िफ़ थे. वो बस एक मौके की तलाश में थे. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में शरीफ के भाई नदीम ने कहा,

शनिवार की सुबह मेरा भाई मांस खरीदने गया था. उसके पास पूरे दस्तावेज़ थे लेकिन जब वो लौट रहा रहा था तब रास्ते में उसे कुछ लोगों ने रोका. उसके दस्तावेज़ फाड़ दिए और मारने लगे. उन्होंने उसपर गोतस्करी का आरोप लगाया. हाथ और पैर दोनों से उसपर हमला किया और उसका मोटरसाइकिल भी तोड़ दिया. 

नदीम ने ये भी बताया कि उसके भाई पर हमला करने वाले कुछ लोग बाइक से थे और कुछ गाड़ी से. जब घटना का वीडियो सामने आया तब जाकर कुछ आरोपियों की पहचान हो पाई. नदीम ने कहा कि शरीफ की किसी से ज़्यादती दुश्मनी नहीं है. 

 

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