The Lallantop

एपस्टीन केस में ट्रंप का नाम! वॉइट हाउस बोला- 'फेक है अश्लील पत्र'

हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सदस्य रॉबर्ट गार्सिया ने कहा कि कमेटी को वह बदनाम ‘बर्थडे बुक’ मिल गई है जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप का वह नोट है, जिसकी उन्होंने मौजूदगी से इनकार किया था. अब ट्रंप को सच बताना चाहिए और सभी एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक करने चाहिए.

Advertisement
post-main-image
हाउस डेमोक्रेट्स ने जारी किया है ये नोट. (फोटो- सोशल मीडिया)

हाउस डेमोक्रेट्स ने सोमवार को एक ऐसा नोट और फोटो जारी की, जो कथित तौर पर पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की ओर से कुख्यात सेक्स अपराधी जेफ्री एपस्टीन को उनके 50वें जन्मदिन पर भेजा गया था. इस नोट पर ट्रंप के सिग्नेचर जैसे एक साइन भी दिखाई दे रहे हैं. दूसरी तरफ, वॉइट हाउस की सेक्रेटरी और उपराष्ट्रपति जे डी वेंस ने इसे पूरी तरह से फर्जी बताया और इसका खंडन किया. 

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

द गर्जियन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, यह वही नोट है जिसके बारे में ट्रंप ने पहले इनकार किया था कि ऐसा कोई लेटर मौजूद है. लेकिन अब इसे एपस्टीन की संपत्ति से हाउस ओवरसाइट कमेटी की ओर से भेजे गए समन के जवाब में सौंपा गया है. नोट में एक महिला के शरीर का स्केच बना है. उसके भीतर ट्रंप और एपस्टीन के बीच एक काल्पनिक बातचीत को दर्शाया गया है. नीचे ट्रंप के जैसे दिखने वाला सिग्नेचर भी हैं.

Advertisement

इसे लेकर हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट सदस्य रॉबर्ट गार्सिया ने कहा कि कमेटी को वह बदनाम ‘बर्थडे बुक’ मिल गई है जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप का वह नोट है, जिसकी उन्होंने मौजूदगी से इनकार किया था. अब ट्रंप को सच बताना चाहिए और सभी एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज सार्वजनिक करने चाहिए.

उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस ने इस मुद्दे पर ट्रंप का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट्स को एपस्टीन की कोई परवाह नहीं है. उन्हें उसके पीड़ितों की भी परवाह नहीं है. इसीलिए वे सालों तक इस बारे में चुप रहे. उन्हें बस इस बात की परवाह है कि रूसगेट जैसा एक और झूठा कांड रचकर राष्ट्रपति ट्रंप को झूठ से बदनाम किया जाए. 

Advertisement

दूसरी तरफ वॉइट हाउस की सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट इस नोट को झूठा बताया है. उन्होंने कहा कि वॉल स्ट्रीट जर्नल की ओर से प्रकाशित ताजा लेख इस पूरी “बर्थडे कार्ड” वाली कहानी को झूठा साबित करता है. यह बिल्कुल साफ है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह चित्र नहीं बनाया और न ही उन्होंने इस पर साइन किए. राष्ट्रपति ट्रंप की कानूनी टीम मुकदमेबाजी को और आगे बढ़ाएगी. 

कहां से शुरू हुआ मामला

वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 17 जुुलाई को एक रिपोर्ट छापी थी. जिसमें दावा किया गया था कि जेफ्री एपस्टीन के 50 वें जन्मदिन पर उनके दोस्तों ने उन्हें एक एल्बम भेजा था. जिसमें अश्लील खत थे और इन खतों में एक खत डॉनल्ड ट्रंप का भी था, जो उन्होंने एपस्टीन के लिए लिखा था. ट्रंप के इस लेटर में एक न्यूड महिला की तस्वीर भी थी. जिस पर ट्रंप के दस्तखत थे. हालांकि, अखबार ने उस महिला की तस्वीर साझा नहीं की है और न ही बताया है कि वह किस महिला की तस्वीर है.

यह भी पढ़ेंः ट्रंप, एपस्टीन और न्यूड महिला का फोटो... अखबार ने बताया ऐसा 'राज', राष्ट्रपति ने केस कर दिया

बताते चलें कि जेफ्री एपस्टीन पर लड़कियों का यौन शोषण करने का आरोप था. 2006 में उसे पहली बार गिरफ्तार किया गया. 2019 में यौन तस्करी के आरोप में एपस्टीन को दूसरी बार गिरफ्तार किया गया. उसी साल जेल में उसकी मौत हो गई.

वीडियो: टैरिफ पर अमेरिका की कोर्ट ने ऐसी बात कही, गुस्साए ट्रंप क्या बोले?

Advertisement