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यूपी के बहराइच में ग्रामीणों से भरी नाव पलटी, 1 महिला की मौत, 8 लोग अब भी लापता

UP Bahraich Boat Accident: हादसे के समय नदी में बहाव काफी तेज था, इस वजह से नाव पलटी. नदी में तेज बहाव चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोलने की वजह से था. बैराज में पानी के भारी दबाव के चलते गेट खोले गए थे, जिन्हें अब बंद कर दिया गया है.

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घटनास्थल पर जुटी पुलिस-प्रशासन और ग्रामीणों की भीड़. (Photo: ITG)

उत्तर प्रदेश के बहराइच में ग्रामीणों को लेकर जा रही नाव कौड़ियाला नदी में पलट गई. नाव में 22 लोग सवार थे, जिनमें से 13 लोगों को बचा लिया गया, लेकिन 8 लोग अभी भी लापता हैं. वहीं एक महिला की हादसे में मौत हो गई. NDRF, SDRF और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई हैं.

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घटना बहराइच के सुजौली थाना क्षेत्र के भरथापुर गांव की है. यह गांव नेपाल-भारत के बॉर्डर पर स्थित है और कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से सटा हुआ है. बहराइच के एसपी राम नयन सिंह ने आजतक को बताया कि बुधवार, 29 अक्टूबर को गांव के लोग नदी पार करके पड़ोसी जिले लखीमपुर खीरी के खैरतिया बाजार में खरीदारी करने गए थे. शाम 6 बजे के करीब वहां से वापस आते समय भरथापुर गांव के पास उनकी नाव एक लकड़ी से टकरा गई, जिससे वह पलट गई.

रात भर चला सर्च ऑपरेशन

एसपी के अनुसार आपदा बलों की टीम 13 लोगों को रेस्क्यू कर लिया है. वहीं रमजैया नाम की महिला, जिनकी उम्र 60 साल है, उनका शव बरामद किया गया. नाव में सवार 8 लोगों की अभी भी तलाश की जा रही है. लोगों को ढूंढने के लिए पूरी रात सर्च ऑपरेशन चलाया गया. जो लोग लापता हैं, उनके नाम हैं-

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  • नाविक मिहिलाल यादव पुत्र स्वo पुतई, उम्र 38 वर्ष
  • शिवनंदन मौर्य पुत्र शालिगराम, उम्र 50 वर्ष
  • सुमन पत्नी प्रमोद मौर्या, उम्र 28 वर्ष
  • सोहनी पुत्री प्रमोद, उम्र 05 वर्ष
  • शिवम पुत्र रामनरेश मौर्य, उम्र लगभग 09 वर्ष
  • रमजैया के 2 पोते उम्र क्रमशः 07 वर्ष व 10 वर्ष
  • शांति पत्नी पंचम की 05 वर्ष की पुत्री

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तेज था नदी का बहाव 

ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के समय नदी में बहाव काफी तेज था, इस वजह से नाव पलटी. नदी में तेज बहाव चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोलने की वजह से था. बैराज में पानी के भारी दबाव के चलते गेट खोले गए थे, जिन्हें अब बंद कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि भरथापुर गांव के लोग अक्सर खरीदारी करने या फिर आने-जाने के लिए कौड़ियाला नदी से होकर ही गुजरते हैं. उन्हें यह रास्ता सुविधाजनक लगता है. कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ से होकर बहने वाली इंडो नेपाल बॉर्डर की कौड़ियाला नदी नेपाल की पहाड़ियों से निकल कर भारतीय सीमा क्षेत्र की घाघरा नदी में मिलती है.

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