RBI ने 6 अगस्त 2025 को अपनी रेपो दर 5.50% पर क़ायम रखी. साथ ही बॉड डिपॉज़िट की दर 5.25%, MSF और बैंक रेट 5.75% पर बनी रही. MPC ने “Neutral stance” बनाए रखने का विकल्प चुना, मतलब अभी कोई अचानक ताबड़तोड़ कदम नहीं उठाएंगे.
ट्रंप का 25% टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था पर असर करेगा? RBI गवर्नर ने खुद जवाब दे दिया
Trump tariffs impact on India: ट्रंप के टैरिफ के इंडियन इकॉनमी पर पड़ने वाले संभावित असर पर अटकलबाजियों के बीच RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा का बयान भी सामने आया. उन्होंने बताया कि बढ़ती अनिश्चितता, वैश्विक व्यापार तनाव और वित्तीय मार्केट की अस्थिरता भारत की ग्रोथ को प्रभावित कर सकती है.

ट्रंप सरकार ने भारत से आने वाले माल पर 25% टैक्स की घोषणा की है. यह कदम भारत की निर्यात वृद्धि और वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर सकता है.
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा,
यह कहना मुश्किल है कि इसका असली असर कितना होगा.“really very difficult to predict”
उन्होंने बताया कि बढ़ती अनिश्चितता, वैश्विक व्यापार तनाव और वित्तीय मार्केट की अस्थिरता भारत की ग्रोथ को प्रभावित कर सकती है.
विकास दर 6.5% पर बरकरारRBI ने FY 2025–26 के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान 6.5% रखा. Q1: 6.5%, Q2: 6.7%, Q3: 6.6%, Q4: 6.3%। Q1 FY 2026–27 के लिए 6.6% अंदेशा जताया गया है. हालांकि IMF ने भारत की ग्रोथ अनुमान 6.4% से 6.5% तक बढ़ाया है.
दूसरी तरफ समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने कुछ अर्थशास्त्रियों के हवाले से अनुमान लगाया है कि यह 25% की टैरिफ नीति भारत की ग्रोथ को 20–40 बेसिस पॉइंट तक गिरा सकती है.
रुपया दबाव में, RBI ने 9 अरब डॉलर बेचेन्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रुपया कमजोर हुआ तो RBI ने डॉलर बेचकर उसे संभालने की कोशिश की, जिससे विदेशी विनिमय भंडार में 9.3 अरब डॉलर की गिरावट आई.
निवेश और बाजार, सावधानी बरती जा रही हैनीति कम नहीं की क्योंकि पिछले 100 बेसिस पॉइंट की कटौती का असर अब भी दिख रहा है. RBI ने कहा कि ट्रेड तनाव और मुद्रास्फीति दोनों के बीच संतुलन बनाकर निर्णय लिया गया है.
इन सबके बीच बुधवार 6 अगस्त को शेयर बाजार की शुरुआती चाल सुस्त रही, Sensex लगभग 0.3% नीचे खुला. जबकि शुरुआत में Nifty 0.4% तक गिरा.
संभावित असर: आम आदमी पर कैसा प्रभाव?विषय हो सकता | असर |
निर्यात घटना | 25% टैक्स से अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा कम हो सकती है |
GDP ग्रोथ | विकास दर अनुमान में लगभग 0.2–0.4% की गिरावट संभव |
रुपया अस्थिरता | विदेशी पूंजी की निकासी और मुद्रा अस्थिरता बढ़ सकती है |
निवेश प्रभावित | व्यापार अनिश्चितता से FDI व निवेश रणनीतियाँ प्रभावित हो सकती हैं |
ये भी पढ़ें- भारत को ‘डेड इकॉनमी’ कहने वाले ट्रंप की कंपनी ने यहीं कमा लिए अरबों रुपये
RBI गवर्नर की राय, तैयार रहिए, लेकिन डिगिए नहींट्रंप के टैरिफ के इंडियन इकॉनमी पर पड़ने वाले संभावित असर पर अटकलबाजियों के बीच RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा का बयान भी सामने आया. उन्होंने कहा,
सरकार और RBI का संयम, लेकिन सतर्क नजरटैरिफ से जुड़ी अनिश्चितताएँ बनी हुई हैं, हालात बदलते रहेंगे... फिर भी हम हर नए डेटा पर नजर बनाए रखेंगे और ज़रूरत पड़ेगा तो नीति में बदलाव करेंगे.
ट्रंप की टैरिफ नीति निश्चित तौर पर निर्यातों, मुद्रा विनिमय और विकास रफ्तार को प्रभावित कर सकती है. लेकिन RBI की तटस्थ और सतर्क नीति, मजबूत घरेलू मांग व विश्वसनीय मौद्रिक माहौल हमें विकास की राह पर बनाए रख सकते हैं. जिसमें समय पर नीति समायोजन ही फायदेमंद हो सकता है.
वीडियो: ट्रंप ने 24 घंटे में दूसरी बार दी भारत पर भारी टैरिफ लगाने की धमकी