सिगाची इंडस्ट्रीज के फार्मास्यूटिकल प्लांट में हुए रिएक्टर ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है (Telangana pharma plant blast). 30 जून को तेलंगाना के सांगारेड्डी जिले के पशम्यलारम इंडस्ट्रियल एरिया में ये हादसा हुआ था. रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 31 शवों को मलबे से निकाला गया है, जबकि तीन लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. इस बीच 1 जुलाई को तमिलनाडु में भी इसी तरह की दुर्घटना में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई है.
सिगाची फार्मा ब्लास्ट में अब तक 36 की मौत, तमिलनाडु की पटाखा फैक्ट्री में धमाके से 6 की जान गई
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मियापुर के प्रणाम अस्पताल में 30 जून को 21 मरीज जले हुए और सिर में चोट के साथ आए थे. दो को मृत अवस्था में लाया गया और एक की अगली सुबह मौत हो गई.

जिला पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज ने 1 जुलाई को मीडिया को ये जानकारी दी. उन्होंने बताया,
"मलबे को हटाते समय उसके नीचे कई शव मिले हैं. मलबे से 31 शव निकाले जा चुके हैं, जबकि तीन की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. बचाव अभियान का आखिरी चरण अभी भी जारी है."
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने अपने कुछ कैबिनेट सदस्यों के साथ घटनास्थल का दौरा किया. स्वास्थ्य मंत्री सी दामोदर राजनरसिम्हा ने रेवंत रेड्डी के दौरे की पुष्टि की और कहा कि राज्य सरकार ने सभी आवश्यक संसाधन जुटा लिए हैं. राजनरसिम्हा के अनुसार, घटना के समय कारखाने में लगभग 90 कर्मचारी मौजूद थे.
सीएम ने क्या बताया?तेलंगाना के सीएम ने मृतकों के परिजनों के लिए 1 करोड़ रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 10 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने की घोषणा की है. इसके अलावा, आंशिक रूप से जले लोगों के लिए 5 लाख रुपये और तत्काल सहायता के रूप में 1 लाख रुपये की सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की बात कही है.
प्रारंभिक जांच में संदेह है कि 30 जून को हुआ ये ब्लास्ट एक रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण हुआ. हालांकि, सटीक कारण का पता लगाने के लिए तेलंगाना सरकार ने पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है. ये कमेटी हादसे की जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों की सिफारिश करेगी.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मियापुर के प्रणाम अस्पताल में 30 जून को 21 मरीज जले हुए और सिर में चोट के साथ आए थे. दो को मृत अवस्था में लाया गया और एक की अगली सुबह मौत हो गई. पटनचेरू के ध्रुव अस्पताल में 11 मरीज भर्ती थे, जिनमें से दो को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भेजा गया है. बाकी नौ में से पांच वेंटिलेटर पर हैं. अधिकारी ने बताया कि इनमें से सात लोग 40-80% जले हुए हैं और दो 10% जले हुए हैं.
राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक केवल नौ शवों की पहचान की पुष्टि हो पाई है. बाकी शवों की डीएनए प्रोफाइलिंग की आवश्यकता होगी. ज्यादातर मृतक ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार के रहने वाले थे.
उधर सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने इस हादसे के बाद अपने सांगारेड्डी प्लांट में 90 दिनों के लिए उत्पादन स्थगित कर दिया है. कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, ये प्लांट उनकी कुल उत्पादन क्षमता का लगभग एक-चौथाई हिस्सा योगदान देता है.
पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, सात लोगों की मौतइस घटना के एक दिन बाद 1 जुलाई को तमिलनाडु के शिवकाशी के पास एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई. घटना में पांच लोगों के घायल होने की भी खबर है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार ये विस्फोट चिन्नाकमनपट्टी में एक फैक्ट्री में हुआ. हादसे के बाद घायलों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
विरुधुनगर जिले के एसपी कन्नन ने समाचार एजेंसी को बताया कि शिवकाशी के पास चिन्नाकमनपट्टी में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए. सभी को इलाज के लिए विरुधुनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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