हरियाणा में दो दिन के अंदर बास्केटबॉल कोर्ट पर खेलते हुए दो होनहार खिलाड़ियों की मौत हो गई. इनमें से एक नेशनल लेवल बास्केटबॉल प्लेयर था. दोनों हादसों में लोहे का बास्केटबॉल पोल अचानक भरभरा कर गिर पड़ा. बताया जा रहा है कि दोनों खिलाड़ियों की पोल के नीचे दबने से मौत हुई है. इसके बाद से हरियाणा में सार्वजनिक खेल मैदानों की सुरक्षा और रखरखाव पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. दो खिलाड़ियों की मौत के बाद सरकार की भी नींद खुली है. उसने डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया है.
हरियाणा में बास्केटबॉल के पोल गिरने से दो खिलाड़ियों की मौत, एक नेशनल प्लेयर था
16 साल के हार्दिक ने 47वीं सब-जूनियर नेशनल चैंपियनशिप (कांगड़ा), 49वीं सब-जूनियर नेशनल (हैदराबाद) और 39वीं यूथ नेशनल चैंपियनशिप (पुडुचेरी) में मेडल जीते थे.


पहला हादसा मंगलवार, 25 नवंबर की सुबह करीब 10 बजे रोहतक जिले के लखन माजरा गांव में बने खेल मैदान में हुआ. 16 साल के नेशनल बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी अकेले प्रैक्टिस कर रहे थे. सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि हार्दिक दौड़ लगा रहे थे और डंक मारने की प्रैक्टिस करते हुए रिंग पर लटक गए. तभी अचानक जंग लगा लोहे का पूरा खंभा उनकी छाती पर जा गिरा. रिंग सीधे उनके सीने पर लगा. हार्दिक कुछ पल तड़पते रहे. साथी खिलाड़ियों ने दौड़कर खंभा हटाया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया. लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
हार्दिक बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने 47वीं सब-जूनियर नेशनल चैंपियनशिप (कांगड़ा), 49वीं सब-जूनियर नेशनल (हैदराबाद) और 39वीं यूथ नेशनल चैंपियनशिप (पुडुचेरी) में मेडल जीते थे. उनका सपना देश के लिए खेलना था, जो स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की जर्जर हालत की भेंट चढ़कर चकनाचूर हो गया.
इससे ठीक दो दिन पहले, रविवार, 23 नवंबर को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बहादुरगढ़ के पंडित होशियार सिंह स्पोर्ट्स स्टेडियम में भी बिल्कुल वैसा ही हादसा हुआ. 15 साल का एक और होनहार खिलाड़ी प्रैक्टिस कर रहा था, जब अचानक बास्केटबॉल पोल उस पर गिर पड़ा. उसे भी गंभीर हालत में पीजीआई रोहतक ले जाया गया. जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
दोनों ही कोर्ट सरकारी या स्थानीय प्रशासन के थे. रिपोर्ट के मुताबिक दोनों जगह पोल कई साल पुराने और जंग लगे हुए थे. रखरखाव के नाम पर सिर्फ रंग-रोगन होता रहा, लेकिन इनका ऑडिट कभी नहीं किया गया.
इन घटनाओं के सामने आने के बाद खेल राज्य मंत्री गौरव गौतम ने बहादुरगढ़ के जिला खेल अधिकारी को तुरंत सस्पेंड कर दिया और होशियार सिंह स्टेडियम का बास्केटबॉल कोर्ट अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया. रोहतक हादसे के बाद भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
प्लेयर्स की दर्दनाक मौत पर सियासी बवाल भी मच गया है. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा,
“इससे दुखद घटना हो ही नहीं सकती. पिछले 11 साल में हरियाणा में भाजपा सरकार ने सभी स्पोर्ट्स स्टेडियमों का बजट बंद कर दिया, इसी वजह से ये बच्चे अपनी जान गंवा बैठे. सारे स्टेडियम तो कांग्रेस सरकार ने बनवाए थे. ये सिर्फ खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रति उदासीनता नहीं, ये आपराधिक लापरवाही है. तीन साल पहले मैंने अपने सांसद कोष से यहां काम के लिए फंड रिलीज किया था, लेकिन विपक्ष का सांसद होने की वजह से उन्होंने उसे फाइलों में दबा कर रख दिया. ये सरकार पक्षपात कर रही है, उसे अपने बच्चों का खेलों में आगे आना मंजूर नहीं.”

दो खिलाड़ियों की मौत के बाद हरियाणा खेल विभाग ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. विभागीय खेल परिसरों का निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है. खेल विभाग के महानिदेशक द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि जर्जर खेल उपकरण, जिनसे खिलाड़ियों को खतरा हो सकता है, उन्हें तुरंत हटाया जाए.
यही नहीं, ये भी आदेश दिया गया है कि खेल मैदानों में जो भी जर्जर इन्फ्रास्ट्रक्चर हों, उन्हें खिलाड़ियों के लिए तुरंत बंद कर दिया जाए. साथ ही उनकी मरम्मत के लिए फंड रिलीज किया जाए.
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