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राहुल गांधी के 'नरेंदर सरेंडर' बयान पर US में शशि थरूर से पूछा गया सवाल, मुस्कुरा कर बोले...

Rahul Gandhi ने आरोप लगाया कि PM Narendra Modi ने अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump के एक फोन कॉल के बाद 'सरेंडर' कर दिया था. अमेरिका में Shashi Tharoor से सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब दिया.

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राहुल गांधी के 'नरेंदर सरेंडर' वाले बयान पर शशि थरूर ने दिया जवाब. (तस्वीरें- पीटीआई और ANI)

अमेरिकी दौरे पर गए कांग्रेस सांसद शशि थरूर से जब राहुल गांधी के 'नरेंदर सरेंडर' वाले बयान पर सवाल पूछा गया तो वे मुस्कुरा दिए. अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि भारत को कभी किसी थर्ड पार्टी की जरूरत नहीं पड़ी, ना ही कभी किसी से मदद मांगी गई. शशि थरूर ने कहा कि भारत को रोकने के लिए किसी मध्यस्थ की जरूरत नहीं थी, क्योंकि हम खुद ही कह रहे थे कि जैसे ही पाकिस्तान रुकेगा, हम भी रुकने को तैयार हैं.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में राहुल गांधी ने एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान से सैन्य संघर्ष के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के एक फोन कॉल के बाद 'सरेंडर' कर दिया था. राहुल गांधी का आरोप है कि इसी के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष रोकने पर सहमति जताई थी.

बुधवार, 5 जून को इस बयान को लेकर अमेरिका के वाशिंगटन में जब थरूर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपने ही अंदाज में जवाब दिया. मीडिया के सामने राहुल गांधी के 'नरेंदर सरेंडर' वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शशि थरूर ने कहा,

"मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि हम अमेरिकी प्रेसिडेंसी और अमेरिकी राष्ट्रपति का बहुत सम्मान करते हैं. हम अपने लिए बस इतना ही कह सकते हैं कि हमने कभी किसी से मध्यस्थता करने के लिए नहीं कहा. जैसा कि मैंने कहा, हमें पाकिस्तानियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने में कोई दिक्कत नहीं है. जब तक वे आतंकवाद की भाषा का इस्तेमाल करते रहेंगे, हम फोर्स की भाषा का इस्तेमाल करेंगे और इसके लिए किसी थर्ड पार्टी की जरूरत नहीं है."

थरूर ने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान अपने यहां आतंकवाद के ढांचे को खत्म करता है और सामान्य रिश्ते बहाल करने की गंभीर कोशिश करता है, तो भारत उसके साथ बिना किसी थर्ड पार्टी के बात करने को तैयार है. उन्होंने कहा,

"किसी भी मामले में भारत को रोकने के लिए राजी करने की जरूरत नहीं थी. किसी को हमें बताने की जरूरत नहीं थी क्योंकि हम उन्हें बता रहे थे. जिस पल पाकिस्तान रुकता, हम रुकने के लिए तैयार थे. इसलिए अगर उन्होंने (अमेरिका) बदले में पाकिस्तानियों से कहा, बेहतर होगा कि आप रुक जाएं क्योंकि भारतीय रुकने के लिए तैयार हैं, और उन्होंने वही किया, तो यह उनका पाकिस्तान के साथ एक शानदार इशारा है, लेकिन केवल पाकिस्तान के साथ."

थरूर ने आगे कहा कि हम अमेरिका के साथ अपने रणनीतिक रिश्तों को बहुत अहमियत देते हैं. उन्होंने कहा कि हम दोनों देश कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना चाहते हैं और किसी भी तरह के विवाद से इन रिश्तों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए.

भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष और पहलगाम आतंकी हमले पर भारत का पक्ष रखने के लिए सात सर्वदलीय संसदीय दल दुनिया के अलग-अलग देशों में गए हैं. इनमें से एक दल कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में गया है. इस बातचीत के दौरान शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू भी मौजूद थे.

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