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जंगल की सबसे पक्की यारी टूट गई, गिर नेशनल पार्क के 'जय-वीरू' नहीं रहे

Jay और Veeru कई Wildlife डॉक्यूमेंट्रीज के भी हीरो रह चुके हैं. गिर के जंगलों में अक्सर साथ दिखने वाली यह जोड़ी टूरिस्टों के लिए आकर्षण का केंद्र थी. इनकी बॉन्डिंग इतनी मजबूत थी कि इन्होंने लंब समय तक दूसरे शेरों को अपनी सीमा में घुसने नहीं दिया.

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गिर के जंगलों में जय और वीरू अक्सर साथ-साथ दिखते थे. (एक्स)

गुजरात (Gujarat) का गिर नेशनल पार्क. (Gir National Park) शेरों के लिए दुनियाभर में मशहूर. इस नेशनल पार्क के सबसे चर्चित शेरों की जोड़ी ‘जय’ (Jay) और 'वीरू' (Veeru) अब इतिहास बन गई है. इन दोनों की गहरी दोस्ती और एक दूसरे के लिए लड़ने का जज्बा बेमिसाल था. और इसी के चलते इनको ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले की मशहूर जोड़ी 'जय-वीरू' का तमगा दिया गया.

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पिछले कई सालों से ये दोनों शेर गुजरात के गिर नेशनल पार्क की शान रहे हैं. इनकी मकबूलियत ऐसी थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने गिर दौरे पर इस जोड़े से मिलने से खुद को रोक नहीं पाए थे. जय और वीरू की जोड़ी यूं तो अक्सर साथ ही दिखती थी, लेकिन पिछले महीने जब ये अलग-अलग थे तो दोनों पर शेरों के एक झुंड का हमला हुआ. हमले में दोनों बुरी तरह से घायल हो गए. घावों से जूझते हुए 11 जून को वीरू ने दम तोड़ दिया. वहीं कुछ दिनों तक मौत से जूझते हुए 29 जुलाई को जय ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया. 

गुजरात के अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव वार्डन जयपाल सिंह ने बताया कि जय और वीरू शेरों के एक बड़े झुंड का नेतृत्व करते थे. उन्होंने कहा,

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 हमले के बाद दोनों को रेस्क्यू किया गया था, लेकिन इस दौरान उन्हें गंभीर चोटें आई थीं. उनकी जान बचाने की बहुत कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली.

वन्यजीव प्रभाग (सासन-गिर) के उप वन संरक्षक, मोहन राम ने बताया कि जय और वीरू दोनों नर शेर थे और ये लगभग 15 मादा शेरों के साथ रहते थे. उन्होंने आगे बताया,

 उनका इलाका बहुत बड़ा था. ये पर्यटन क्षेत्र से लेकर गैर-पर्यटन क्षेत्र तक, घास के मैदानों से लेकर जंगलों और यहां तक कि सीमांत क्षेत्रों तक फैला हुआ था.

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राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी ने शेरों की मौत पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा,

 गिर के प्रसिद्ध जय-वीरू के निधन से गहरा दुःख हुआ. लंबे और वीरतापूर्ण संघर्ष के बाद, उन्होंने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया. वन अधिकारियों और पशु चिकित्सकों ने उन्हें बचाने का अथक प्रयास किया. उन्होंने शेरों को बचाने के लिए अपना सब कुछ झोंक दिया. हर उस वन्यजीव प्रेमी के लिए जिसने इस जोड़ी के किस्से सुने हैं- ये बड़ी क्षति है. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में गिर की अपनी यात्रा के दौरान जय और वीरू की शाही गरिमा देखी थी. उनके बिना गिर कभी भी पहले जैसा नहीं रहेगा. किंवदंतियां धुंधली पड़ सकती हैं. लेकिन उनकी आत्मा उन जंगलों में गूंजती रहेगी जिन पर उन्होंने कभी मिलकर राज किया था.

जय और वीरू कई वाइल्डलाइफ डॉक्यूमेंट्रीज के भी हीरो रह चुके हैं. गिर के जंगलों में अक्सर साथ दिखने वाली यह जोड़ी टूरिस्टों के लिए आकर्षण का केंद्र थी. इनकी बॉन्डिंग इतनी मजबूत थी कि इन्होंने लंब समय तक दूसरे शेरों को अपनी सीमा में घुसने नहीं दिया.

वीडियो: गिर नेशनल पार्क में कुत्ते ने शेरनी को खदेड़ दिया जिसका वीडियो भयंकर वायरल हो गया

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