सऊदी अरब बस हादसे के बाद बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है. इस हादसे में 45 लोगों की मौत हुई है. अब जानकारी आई है कि हादसे में एक ही परिवार के 18 लोगों की मौत हुई है. हैदराबाद के मुसीराबाद का यह परिवार उमरा के लिए गए थे, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे.
सऊदी बस हादसे में एक ही परिवार के 18 लोगों की मौत, एक झटके में तीन पीढ़ियां खत्म
तेलंगाना सरकार ने बताया कि बस हादसे में मृतकों का अंतिम संस्कार सऊदी अरब में ही किया जाएगा.


हैदराबाद पुलिस कमिश्नर वी सी सज्जनार ने इस बात की पुष्टि की कि बस में कम से कम 10 नाबालिग भी सवार थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि हादसा मदीना से करीब 40 किमी दूर रविवार, 16 नवंबर की रात लगभग 11 बजे (लोकल टाइम) हुआ था. बस सड़क किनारे रुकी हुई थी, तभी एक ऑयल टैंकर ने टक्कर मार दी. जिससे बस में धमाका हो गया और आग लग गई.
सऊदी अथॉरिटी पूरे मामले की जांच कर रही हैं कि आखिर बस क्यों रुकी थी और हादसा कैसे हुआ. जैसे ही जेद्दा स्थित भारतीय दूतावास को घटना की खबर मिली, वहां से अधिकारियों की टीम तुरंत घटनास्थल पहुंची. अधिकारी उन अस्पतालों में गए, जहां घायलों व शवों को ले जाया गया था.
हैदराबाद के मुसीराबाद के रहने वाले शेख नसीरुद्दीन और उनकी पत्नी अख्तर बेगम भी उसी बस में थीं. उनके साथ उनका बेटा, दो बेटियां, बहू और परिवार के कई सदस्य भी बस में सवार थे. इन सभी की मौत हो गई है. नसीरुद्दीन के परिवार ने आजतक से बताया,
“वो इस यात्रा के लिए हफ्तों से तैयारी कर रहे थे. बहुत खुश थे.”
उनके परिवार के मोहम्मद असलम बताते हैं,
“हमारे 18 लोग… सब खत्म हो गए. हम सरकार से पूरी जांच की मांग करते हैं और जिम्मेदार लोगों को सजा देने की गुहार करते हैं.”
रिपोर्ट के मुताबिक हादसे में एक और परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई. साबिहा बेगम, उनका बेटा इरफान, बहू हुमैरा और उनके दो बच्चे हामदान और इजान ने बस एक्सीडेंट में जान गंवा दी.
ट्रैवल एजेंट ने क्या बताया?अल मक्का टूर्स एंड ट्रैवल्स के मुख्य ट्रैवल एजेंट मोहम्मद ऐजाज ने 15 लोगों के लिए टूर पैकेज बुक किया था. एजाज ने बताया कि बस में सवार होने से पहले एजेंसी ने कई यात्रियों से बात की थी. उन्होंने कहा,
“मदीना जाने से पहले हमने कई जायरीनों से बस और होटल के इंतजाम को लेकर बात की थी. अब हम किसी से भी संपर्क नहीं कर पा रहे हैं.”
हैदराबाद के मिराज कॉलोनी के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की इस में मौत हो गई. उनकी पहचान मोहम्मद शोएब उर रहमान, उनके भाई सैफ उर रहमान और मां रईस बेगम के रूप में हुई है. AIMIM के करवान विधायक कौसर मोहीउद्दीन ने बताया,
“सैफ दुबई में काम करते थे और वो वहीं से मक्का गए थे. जबकि उनके भाई शोएब अपनी मां रईस बेगम को हैदराबाद से लेकर गए थे.”
हैदराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने बताया कि 54 श्रद्धालुओं का एक जत्था 9 नवंबर को जेद्दाह गया था और उनकी वापसी 23 नवंबर को होनी थी. इन 54 में से 46 लोग मक्का से मदीना जा रही बस में सवार थे. जबकि 4 लोग अलग से कार से गए थे और 4 लोग मक्का में ही रुक गए थे. सज्जनार ने कहा,
“हमारे पास जो जानकारी है, उसके मुताबिक बस में 46 लोग सवार थे और उनमें से कम से कम 45 की मौत हो चुकी है.”
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस हादसे में केवल एक ही यात्री जिंदा बचा है. जेद्दा में भारतीय दूतावास के अधिकारी उस व्यक्ति से मिल चुके हैं. शख्स के इलाज के लिए वो अस्पताल के साथ भी लगातार संपर्क में हैं. मृतकों के शवों को मदीना के तीन अलग-अलग अस्पतालों किंग फहद अस्पताल, किंग सलमान अस्पताल और अल मिकात अस्पताल में ट्रांसफर किया गया है.
तेलंगाना सरकार ने बताया कि बस हादसे में मृतकों का अंतिम संस्कार सऊदी अरब में ही किया जाएगा. मृतकों को उनके धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार सऊदी अरब में दफनाया जाएगा. हर परिवार से दो सदस्यों को अंतिम संस्कार के लिए सऊदी अरब ले जाने की व्यवस्था की जाएगी.
वीडियो: सऊदी अरब में मक्का से मदीना जा रहे 42 भारतीयों की मौत कैसे हुई है?




















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