राजस्थान के धौलपुर में एक दूल्हे ने युवती से शादी करने के बाद विदाई के ऐन वक्त उसे साथ ले जाने से इनकार कर दिया. आरोप है कि वो विदाई के वक्त दहेज का सामान देखकर भड़क गया. लेकिन दुल्हन पक्ष के लोग भी कम नहीं थे. आरोप है कि दूल्हे का रवैया देख उन्होंने उसे बंदी बना लिया और दुल्हन के नाम जमीन की मांग कर डाली. बाद में विवाद पंचायत से थाने तक जा पहुंचा, जहां पुलिस ने किसी तरह दूल्हा-दुल्हन के बीच सुलह कराई.
दहेज की क्वालिटी पर भड़का, दुल्हन ले जाने से किया इनकार, लड़की वालों ने दिन में तारे दिखा दिए
रिपोर्ट के मुताबिक, दूल्हा दहेज में दिए गए सामान की क्वालिटी को लेकर गुस्से में था, इसीलिए उसने दुल्हन को साथ ले जाने से इनकार कर दिया. इस पर लड़की पक्ष ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्होंने बारात को भी जाने से रोक लिया और दूल्हे को बंदी बना लिया.

इंडिया टुडे से जुड़े उमेश शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला सैपऊ थाना इलाके के खपरैला गांव का है. बुधवार, 30 अप्रैल को यहीं के निवासी राजू की दोनों बेटियों की शादी थी. बारात धौलपुर के कोलुआ गांव से आई थी. शादी की सारी रस्में पूरी हो गई थीं, लेकिन जब दुल्हन की विदाई का समय आया तब दूल्हा दहेज देखकर अड़ गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, दूल्हा दहेज में दिए गए सामान की क्वालिटी को लेकर गुस्से में था, इसीलिए उसने दुल्हन को साथ ले जाने से इनकार कर दिया. इस पर लड़की पक्ष ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्होंने बारात को भी जाने से रोक लिया और दूल्हे को बंदी बना लिया.
विवाद बढ़ने पर परिजनों ने पंचायत बुलाई. दुल्हन पक्ष के लोगों ने दलील दी कि उन्हें दूल्हे के रवैये को देखकर अपनी बेटी की सुरक्षा की चिंता हैं. इस पर पंचालय के सदस्यों ने दूल्हे की गलती मानी और भविष्य में विवाद न होने की जिम्मेदारी ली. हालांकि इसके बाद भी लड़की पक्ष विदाई के लिए तैयार नहीं हुआ. उन्होंने दूल्हे के पिता से मांग की कि वो दूल्हे के हिस्से की जमीन दुल्हन के नाम कर दें.
लेकिन लड़की पक्ष की इस मांग से पंचायत भी सहमत नहीं दिखी. आखिर में मामला सैपऊ पुलिस थाने जा पहुंचा. जानकारी मिलते ही SHO वीरेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ गांव पहुंचे और दोनो पक्षों की बात सुनी. घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया हैं जिसमें पुलिस अधिकारी दोनों पक्षों को समझाते हुए दिख रहे हैं.
पुलिस को सामने देख दूल्हा और उसके पक्ष के लोग नरम पड़े. उसने दुल्हन की सुरक्षा की जिम्मेदारी ली. कहा चाहो तो स्टांप पेपर लिखवा लो. आखिर में SHO ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया और राजीनामा लिखवाकर सुलह कराई.
वीडियो: जाति जनगणना पर सरकार के सपोर्ट में आए Asaddudin Owaisi?