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मेरठ में वक्फ कानून के विरोध में लाइनमैन ने पूरी गांव की बिजली काट दी, नौकरी से हाथ धो बैठा

घटना 30 अप्रैल की है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ़ से सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया. अपील की गई कि वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ 15 मिनट के लिए घर और दुकान की लाइटें बंद करें. समय तय हुआ रात 9 से 9:15 का.

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उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले की ये घटना है. (फ़ोटो - सोशल मीडिया)

उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले में एक संविदा बिजली कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया गया. आरोप है कि उसने नए वक्फ कानून के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील को मानते हुए पूरे गांव की ही लाइट काट दी. मामला ऊर्जा मंत्री तक पहुंचा. बताया गया कि इसी को लेकर कर्मचारी पर कार्रवाई की गई है.

घटना 30 अप्रैल की है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ़ से सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया गया. अपील की गई कि वक़्फ़ क़ानून के ख़िलाफ़ 15 मिनट के लिए घर और दुकान की लाइटें बंद करें. समय तय हुआ रात 9 से 9:15 का.

AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसका समर्थन करते हुए एक वीडियो जारी किया. जिसमें वो अपने घर की लाइट बंद कर विरोध दर्ज करते नज़र आए.

इसी तर्ज़ पर एक विरोध उत्तर प्रदेश के मेरठ में भी हुआ. आरोप है कि मुंडाली के अजराडा गांव के बिजलीघर में रात 9 से 9:15 के बीच संविदाकर्मी लाइनमैन रियाजुद्दीन ने पूरे गांव की ही लाइट काट दी. गांव वाले कुछ समझ नहीं पाए कि अचानक बिजली क्यों कट गई. रात करीब 9 बजे पूरे गांव में अंधेरे था.

बिजली कटी तो जिनके घर में इन्वर्टर था, उन्होंने ऑन कर लिया. आरोप ये भी है कि वर्ग विशेष के लोगों ने गांववालों के इन्वर्टर चलाने का विरोध किया. विवाद हुआ, हंगामा भी. पुलिस को भी सूचना दी गई और अगले ही दिन गांववालों ने राज्य ऊर्जा मंत्री सोमेंद्र तोमर से मिलकर लाइनमैन रियाजुद्दीन की शिकायत की.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, ऊर्जा मंत्री की दखल के बाद मेरठ क्षेत्र के बिजली विभाग के अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया. प्राथमिक जांच के हवाले से दावा किया गया कि संविदाकर्मी रियाजुद्दीन ने जानबूझकर गांव की बिजली सप्लाई बंद की थी. इसके बाद, विभाग ने तत्काल प्रभाव से रियाजुद्दीन को बर्खास्त कर दिया.

आजतक के मुताबिक बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर संजीव कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, “अजराड़ा विद्युत केंद्र, हापुड़ पर तैनात बिजली संविदा कर्मचारी रियाजुद्दीन ने 30 तारीख की रात को 9:00 से 9:15 बजे तक बिना किसी शिकायत के ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की आवाज पर वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विद्युत उपकेंद्र अजराड़ा का शटडाउन किया. इस कारण गांव में अंधेरा हो गया और अराजकता का माहौल उत्पन्न हुआ. इस विषय पर कार्रवाई करते हुए रियाजुद्दीन की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.”

बताते चलें, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का असर कई राज्यों में दिखा. जमशेदपुर से भी कुछ ऐसी ही तस्वीर सामने आई. लोगों ने घरों को लाइट बंद कर विरोध दर्ज कराया. इसके अलावा, नागपुर के भी इसी तरह कुछ इलाक़ों में विरोध दर्ज कराया गया.

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