The Lallantop

यूपी से लेकर मणिपुर तक पेपर लीक से बेहाल राज्य सरकारें, इस सूबे में तो 30 अफसर नप गए

Board Exams 2025 Paper Leak Cases: हरियाणा में आठ छात्रों समेत 12 व्यक्तियों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई है. इन पर अलग-अलग एग्जाम सेंटर्स पर नकल करने या पेपर लीक में मदद करने के आरोप हैं. वहीं, ऐसी ही ख़बरें उत्तर प्रदेश, झारखंड और मणिपुर से भी आई हैं.

post-main-image
झारखंड में एग्जाम देने जाने से पहले छात्राएं. (फ़ोटो - PTI)

मार्च का महीना आ गया है. ऐसे में अलग-अलग राज्यों में बोर्ड की परीक्षाएं (Board Exams 2025) भी हो रही हैं. परीक्षाएं स्टूडेंट्स के लिए तो मुश्किलें लाती ही हैं. लेकिन हालिया सालों में ये सरकारों के लिए भी सिरदर्दी का कारण बन गई हैं. वजह, पेपर लीक (Paper Leak). ऐसी ही ख़बरें हाल के कुछ दिनों में भी सामने आई हैं. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, झारखंड, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों से ऐसी ख़बरें लगातार आ रही हैं.

Haryana Paper Leak

हरियाणा में 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं. इसमें पेपर लीक की ख़बरें भी ख़ूब चर्चा में रहीं. हरियाणा सरकार ने कथित पेपर लीक पर संज्ञान लिया और इस संबंध में 25 पुलिस अधिकारियों और पांच इनविजिलेटर्स को सस्पेंड कर दिया. 12 लोगों पर FIR हुई. जिनमें 8 छात्र भी शामिल हैं.

दरअसल, 27 फ़रवरी को कक्षा 12वीं की अंग्रेजी की परीक्षा आयोजित की गई थी. लेकिन इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट बाद ही कथित तौर पर नूंह ज़िले में पेपर लीक हो गया. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर फैल गईं. इसके अलावा, 10वीं कक्षा का गणित का पेपर 28 फ़रवरी को हुआ. लेकिन ये पुन्हाना ज़िले में कथित तौर पर लीक हो गया. 

इसी के बाद हरियाणा सरकार ने आधिकारिक रिलीज़ निकाली. इसमें बताया गया कि सरकार ने दोषी अधिकारियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की है. ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में 25 पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए हैं. इनमें चार डिप्टी SP और तीन थाना प्रभारी भी शामिल थे.

इसके अलावा, आठ छात्रों समेत 12 व्यक्तियों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई है. अलग-अलग एग्जाम सेंटर्स पर नकल करने या पेपर लीक में मदद करने के आरोप में.

UP Paper Leak

उत्तर प्रदेश बोर्ड की कक्षा 10वीं का गणित का पेपर चर्चा में रहा. यहां एक एग्जाम सेंटर के प्रभारी के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया. आरोप, प्रश्नपत्र को आधिकारिक वॉट्सएप ग्रुप पर डिस्ट्रिब्यूट करने का. घटना एटा ज़िले के चौधरी बीएल इंटर कॉलेज की है.

इंडिया टुडे के इनपुट के मुताबिक़, शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि परीक्षा चल रही थी. तभी सुबह 9:37 बजे केंद्र प्रभारी अंजू यादव ने गणित का प्रश्नपत्र वॉट्सएप ग्रुप पर पोस्ट कर दिया. ग्रुप में एटा के DM, डिस्ट्रिक्ट स्कूल इंस्पेक्टर (DIOS), स्टेटिक मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट और केंद्र अधीक्षक समेत 125 अधिकारी शामिल थे.

बाद में अंजू यादव के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) एक्ट, 2024 के तहत मामला दर्ज किया गया. पूछताछ के लिए उनका फ़ोन जब्त कर लिया गया.

ये भी पढ़ें - NEET UG का पेपर लीक हुआ, लेकिन रीटेस्ट नहीं होगा

Manipur Paper Leak

बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन मणिपुर (BOSEM) ने 25 फरवरी सामाजिक विज्ञान की परीक्षा रखी. लेकिन मणिपुर के छात्र संगठन डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स अलायंस ऑफ़ मणिपुर (DESAM) ने इसे लेकर कई गंभीर आरोप लगाए. DESAM ने कहा कि प्रश्नपत्र दो वॉट्सएप ग्रुप्स समेत सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर लीक हो गया था.

DESAM के महासचिव नोंगथोम्बम थोइथोइबा ने इसे लेकर प्रेस कॉन्फ़्रेंस आयोजित की. इसमें उन्होंने कहा कि परीक्षा सुबह 9 बजे शुरू होने वाली थी. लेकिन प्रश्नपत्र सुबह 8.30 बजे के आसपास वॉट्सएप ग्रुप्स पर शेयर कर दिया गया.

बाद में आरोपों पर बोसेम सचिव एस. जीतलाल की भी प्रतिक्रिया आई. उन्होंने कहा कि इसे लेकर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है. जांच शुरू हो चुकी है. अपराधियों को सज़ा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि अपराधियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई होगी.

Jharkhand Paper Leak

झारखंड में तो पेपर ही रद्द कर दिया गया. इसके बाद फिर पेपर आयोजित किया गया. सिलसिलेवार तरीक़े से पूरी घटना बताते हैं. झारखंड अकादमिक परिषद (JAC) 10वीं कक्षा के हिंदी और साइंस का पेपर क्रमश 7 और 8 मार्च को कराएगा. कारण, 20 फ़रवरी को दोनों परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं. क्योंकि प्रश्नपत्र ‘सोशल मीडिया पर लीक’ हो गए थे.

झारखंड पुलिस ने हाल ही में कथित पेपर लीक के सिलसिले में 10 लोगों को गिरफ़्तार किया है.

‘Paper Leak’ पर MP Crime Branch

ख़बरें मध्य प्रदेश के इंदौर में भी पेपर लीक की फैलीं. लेकिन बाद में पुलिस अधिकारियों ने इसे झूठा दावा बताया. साथ ही,  छात्रों से पेपर लीक का झूठा दावा करके ठगी करने के आरोप में पुलिस ने मामला भी दर्ज किया. इंदौर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों का कहना था कि इस मामले में ठगी कोशिश हो रही है. मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर ग्रुप बनाया झूठा दावा फैलाया जा रहा है. ताकि छात्रों से पैसे ऐंठे जा सके.

(न्यूज़ एजेंसियों के इनपुट के साथ)

वीडियो: आसान भाषा में: पेपर लीक रोकने में क्यों नाकाम हो रही सरकारें? क्या है उपाय?