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UP में तैयार कर रहा था ISI के जासूस, वॉट्सएप ग्रुप पर सभी जुड़े थे, तुफैल ने ATS को सब बताया

UP ATS के अधिकारियों के मुताबिक तुफैल ने पूछताछ में बताया कि वो कानपुर-कन्नौज-बरेली जैसे शहरों के लड़कों को वाट्सएप ग्रुप में जोड़ रहा था. उन्हें भड़का रहा था. इसी ग्रुप में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का एक हैंडलर भी था. और क्या-क्या बताया है तुफैल ने?

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ATS इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है (फोटो: आजतक)
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संतोष शर्मा

जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए तुफैल के बारे में यूपी ATS ने बड़ा खुलासा किया है (Pakistani Spy Tufail). अधिकारियों के मुताबिक, तुफैल ने पूछताछ में बताया कि वह वॉट्सएप ग्रुप बनाकर युवाओं को जोड़ रहा था और उन्हें भड़काने का काम कर रहा था. इसी ग्रुप में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का एक हैंडलर भी भारतीय नंबर से जुड़ा हुआ था. जिसके इशारे पर तुफैल देश विरोधी गतिविधियों में शामिल था.

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, तुफैल ने 'उम्मीद-ए-शहर' नाम से 8 वॉट्सएप ग्रुप बना रखे थे. जिनमें वाराणसी, आजमगढ़, कानपुर, कन्नौज, रामपुर, मुरादाबाद और बरेली समेत कई शहरों के नौजवान जुड़े हुए थे. पूछताछ में पता चला है कि पाकिस्तान की रहने वाली नफीसा नाम की जिस महिला के जरिए वह ISI के संपर्क में आया था, उसी ने फर्जी नाम और पता पर तुफैल से भारतीय सिम खरीदने के लिए कहा था. इस सिम को नफीसा के मोबाइल पर एक्टिवेट पाया गया. नफीसा का पति पाकिस्तानी सेना में है.  

रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में ISI एजेंट नौशाद मेमन ने पंजाब में तुफैल से मुलाकात की थी. उसी ने तुफैल को वॉट्सएप ग्रुप बनाने के लिए कहा था. बाद में नौशाद मुरादाबाद से पकड़ा गया. जांच में पता चला कि उसने भी दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन के अफसरों को कई एक्टिवेटेड इंडियन सिम दिए थे. फिलहाल, ATS नौशाद और तुफैल के बीच कनेक्शन तलाशने में जुटी हुई है. तुफैल ने भारत की कई संवेदनशील जगहों जैसे राजघाट, नमोघाट, ज्ञानवापी मस्जिद, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला आदि की तस्वीरें पाकिस्तानी नंबरों पर साझा की थीं. तुफैल करीब 600 पाकिस्तानी नंबरों से जुड़ा हुआ था. ATS इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है. तुफैल के मूवमेंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की भी छानबीन की जा रही है.

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दूसरी तरफ, दिल्ली निवासी हारुन को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है. 21 मई को वाराणसी के तुफैल और दिल्ली निवासी मोहम्मद हारुन को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ के दौरान हारुन ने स्वीकार किया है कि वह पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी मुजम्मल हुसैन के संपर्क में था. ATS को शक है कि हारुन ने मुजम्मल को कुछ भारतीय बैंक खातों की जानकारी उपलब्ध कराई थी. अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं.

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