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अलीगढ़ मॉब लिंचिंग: अलीगढ़ SSP संजीव सुमन ने हिंदू महासभा के लोगों को 'कायदे' से सुना दिया

अलीगढ़ में मीट व्यापारियों के साथ मारपीट मामले में हिंदू महासभा के लोगों ने एसएसपी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान एसएसपी ने प्रदर्शनकारियों को जमकर सुनाया.

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हिंदू महासभा के प्रदर्शनकारियों को एसएसपी ने जमकर सुना दिया (फोटोः India Today)

अलीगढ़ के हरदुआगंज में मीट व्यापारियों के साथ मारपीट मामले में हिंदू महासभा के लोग सड़क पर उतर आए हैं. पुलिस की ओर से लगातार जारी आरोपियों की धरपकड़ के बीच 2 जून को हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने SSP संजीव सुमन के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि घटना के बाद पुलिस ने गांव के कई निर्दोष लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाया है. उन्होंने कहा कि घटना में जो लोग दोषी हैं, उन्हीं पर एक्शन लिया जाए. निर्दोष लोगों को तुरंत मामले से हटाया जाए, नहीं तो बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

इंडिया टुडे से जुड़े शिवम सारस्वत की रिपोर्ट के अनुसार, SSP के कार्यालय के बाहर प्रदर्शनकारी लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मौके पर ऐसा हंगामा मचा कि SSP संजीव सुमन दफ्तर से बाहर निकल आए. इसके बाद उन्होंने हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं को जमकर सुनाया. पुलिस अधिकारी ने कहा कि अगर उनके साथ जबर्दस्ती की गई तो उचित नहीं होगा. 

प्रदर्शनकारियों को नसीहत देते हुए संजीव सुमन ने कहा,

अगर आप लोग मुझ पर दबाव बनाना चाह रहे हैं तो नहीं बना पाएंगे. एक व्यवस्था बनी हुई है. मैं बात करने के लिए तैयार हूं. मैं मीटिंग छोड़कर यहां बैठा हूं. अगर आपको लगता है कि चीख-चिल्लाकर आप मुझे दबा लेंगे. जैसा आप कहेंगे वैसा मैं करने लगूंगा तो ऐसा नहीं होने वाला है. या तो आप बात करने के लिए अंदर आइए. नहीं तो बात नहीं होगी. फिर आप जो चाहे वो करने के लिए स्वतंत्र हैं.

चेतावनी देते हुए SSP ने कहा कि अगर कानून व्यवस्था प्रभावित होगी तो उसकी जिम्मेदारी आप लोगों की है. उन्होंने कहा, 

ऐसा नहीं हो सकता कि आप मनमर्जी करें. अगर आप जबरदस्ती करना चाहते हैं तो वह नहीं कर पाएंगे. मैं इसलिए हूं कि आप लोग जबरदस्ती न कर पाएं. आप जो कर रहे हैं वह उचित नहीं है.

क्या है मामला?

अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज क्षेत्र में कुछ दिन पहले गौमांस ले जाने के शक में मुस्लिम मीट व्यापारियों के साथ मारपीट की गई थी. बाद में लैब टेस्ट में पता चला कि जिस मीट के लिए मारपीट हुई, वह गौमांस नहीं था. पुलिस ने मामले में दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज किया है. हिंदू संगठनों से जुड़े 4 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. मांस कारोबारियों को पीटने वाले और अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. 

इसी बीच हिंदू महासभा के लोगों का आरोप है कि मामले में निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है. महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक कुमार पांडेय ने कहा,

ये प्रशासन की नाकामी का नतीजा है. निर्दोष लोगों को झूठे केस में फंसाया जा रहा है जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. 

वहीं, एक अन्य कार्यकर्ता हरीश जादौन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गांव के सामान्य लोगों को भी परेशान किया है. हम प्रशासन से निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग कर रहे हैं.

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