असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) को लेकर बुलाई गई ऑल पार्टी मीटिंग (All Party Meeting) में न बुलाए जाने का आरोप लगाया है. AIMIM प्रमुख ने इसे लेकर नाराज़गी ज़ाहिर की है. ओवैसी ने इस मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू से बात भी की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इसे लेकर अपील की है. पहलगाम हमले को लेकर केंद्र सरकार ने 24 अप्रैल को दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
'रिजिजू बोले आपकी आवाज तेज है... ' पहलगाम अटैक पर बैठक में न बुलाए जाने पर ओवैसी नाराज
Pahalgam Terror Attack पर बुलाई गई All Party Meeting में न बुलाये जाने से AIMIM प्रमुख Asaduddin Owaisi नाराज़ हैं. ओवैसी ने ये भी बताया है कि उन्हें इस मीटिंग में क्यों नहीं बुलाया जा रहा.

हैदराबाद से लगातार पांच बार के सांसद ओवैसी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा,
पहलगाम सर्वदलीय बैठक के बारे में मैंने कल रात (23 अप्रैल की रात) किरेन रिजिजू से बात की. उन्होंने कहा कि वह सिर्फ 5 या 10 सांसदों वाली पार्टियों को बुलाने के बारे में सोच रहे हैं. जब मैंने पूछा कि कम सांसदों वाली पार्टियों को क्यों नहीं, तो उन्होंने कहा कि बैठक बहुत लंबी हो जाएगी. जब मैंने अपनी और छोटी पार्टी के बारे में पूछा तो उन्होंने मज़ाक में कहा कि मेरी आवाज़ पहले ही बहुत तेज़ है.
ओवैसी ने आगे कहा,
“ये बीजेपी या किसी अन्य पार्टी की इंटरनल मीटिंग नहीं है. यह आतंकवाद और आतंकवादियों को पनाह देने वाले देशों के खिलाफ एक मज़बूत और एकजुट संदेश भेजने के लिए ऑल पार्टी मीटिंग है. क्या नरेंद्र मोदी सभी पार्टियों की चिंताओं को सुनने के लिए एक एक्स्ट्रा घंटा नहीं दे सकते?”
ओवैसी ने बीजेपी को याद दिलाया कि उनके पास भी बहुमत नहीं है. सरकार से सभी पार्टियों की बात सुनने की अपील की. उन्होंने कहा,
आपकी खुद की पार्टी के पास बहुमत नहीं है. चाहे वह एक सांसद वाली पार्टी हो या 100, सभी के प्रतिनिधियों को जनता ने चुना है. इस तरह के अहम मामले पर उनकी बात सुनी जानी चाहिए. यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. राष्ट्रीय मुद्दा है. सभी की बात सुनी जानी चाहिए.
उधर, नीतीश की पार्टी - जेडीयू - ऑल पार्टी मीटिंग में शामिल नहीं होगी. जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा,
उनके सभी नेता बिहार के मधुबनी में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में व्यस्त हैं. इस वजह से वे दिल्ली में ऑल पार्टी मीटिंग में शामिल नहीं हो पाएंगे. लेकिन बैठक में केंद्र सरकार जो भी फैसला लेगी, जेडीयू पूरी तरह से उसमें केंद्र का साथ देगी.
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यह राजनीति करने का समय नहीं है. यह भारत की संप्रभुता पर सीधा हमला है. पाकिस्तानी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ली है. हमें इसका माकूल जवाब देना चाहिए. हम इस मुद्दे पर एकजुट हैं. हम सरकार के साथ सहयोग करेंगे.
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