पहलगाम आतंकी हमले में जिन पर्यटकों की मौत हुई, उनमें ओडिशा के रहने वाले 43 साल के प्रशांत सत्पथी भी शामिल थे. प्रशांत अपनी पत्नी प्रियदर्शिनी और नौ साल के बेटे के साथ छुट्टियां मनाने घाटी गए थे. वो भुवनेश्वर में मौजूद सेंट्ल इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (CIPET) में अकाउंटेंट के रूप में काम करते थे.
'रोपवे से उतरे, सिर में गोली मार दी... ', ओडिशा के अकाउंटेंट की पत्नी ने सुनाई आपबीती
Pahalgam Terror Attack Odisha Victim: ओडिशा के प्रशांत सत्पथी अपनी पत्नी प्रियदर्शिनी और नौ साल के बेटे के साथ छुट्टियां मनाने घाटी गए थे.
.webp?width=360)
इंडिया टुडे के इनपुट के मुताबिक़, इस घटना में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 20 लोग घायल हुए हैं. बताया गया कि 22 अप्रैल की दोपहर को नकाबपोश आतंकी पहलगाम के बैसरन इलाके में घुसे. उनकी संख्या 5 से 6 में बताई जा रही है. आतंकियों ने वहां मौजूद पर्यटकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
‘मेरे पति को अचानक...’प्रशांत सत्पथी अपनी पत्नी प्रियदर्शिनी और नौ साल बेटे के साथ 19 अप्रैल को पहुंचे थे. प्रियदर्शिनी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनके पति को रोपवे से उतरते समय सिर में गोली लगी. उनका कहना है,
हम समझ नहीं पाए कि क्या हुआ. क्योंकि मेरे पति को अचानक गोली लग गई. हर जगह अफरा-तफरी मची हुई थी.
मृतक प्रशांत सतपथी के बड़े भाई सुशांत सतपथी ने कहा कि उन्हें 22 अप्रैल की दोपहर क़रीब 3 बजे ख़बर दी गई कि उनके भाई की आतंकी हमले में मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया,
जब हमने टोल-फ्री नंबर पर कॉल किया. तो उन्होंने हमें सिर्फ़ मेरे छोटे भाई की मौत की सूचना दी. मेरा अपने छोटे भाई की पत्नी या मेरे भतीजे से संपर्क नहीं हो पाया है. एडिशनल DCP ने मुझसे संपर्क किया है. मेरी स्थानीय विधायकों और अधिकारियों से भी बात हुई है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने घटना की निंदा की है. साथ ही, नई दिल्ली में राज्य के रेजिडेंट कमिश्नर से भी बात की है. मुख्यमंत्री ने ये सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि राज्य के मृतक पर्यटक का शव बिना किसी परेशानी के घर पहुंच जाए.
ये भी पढ़ें- पहलगाम हमला: आंतकियों ने नेवी अफसर विनय नरवाल की भी जान ली
अधिकारियों ने बताया कि रेजिडेंट कमिश्नर का ऑफ़िस, जम्मू -कश्मीर प्रशासन और अन्य एजेंसियों के संपर्क में है. ताकि मृतक पर्यटक के परिवार के सदस्यों और राज्य के अन्य पर्यटकों की मदद की जा सके.
बताया जाता है कि ये जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर तीन दशक से भी ज़्यादा समय में हुआ सबसे घातक आतंकी हमला है. सूत्रों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या 26 से भी बढ़ सकती है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्थिति का जायजा लेने और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए नई दिल्ली से श्रीनगर पहुंच गए हैं. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सउदी अरब की यात्रा रोककर भारत पहुंच गए हैं.
वीडियो: पहलगाम हमला: क्या अपडेट सामने आए? आतंकियों ने चिन्हित कर हमला किया?