The Lallantop

पारस हॉस्पिटल हत्याकांड का वीडियो, हत्यारे आराम से आए, चंदन को गोलियों से भूनकर निकल गए

CCTV फुटेज देखकर ऐसा लगता है कि पांचों हमलावर किसी फिल्म के सीन को रियल लाइफ में उतार रहे हैं. पांचों बदमाश अस्पताल की गैलरी में ऐसे चल रहे हैं जैसे वे मरीज से मिलने आए हों.

Advertisement
post-main-image
जैसे ही अपराधी वार्ड में पहुंचे, एक शख्स ने अपनी कमर से पिस्टल निकाली और बिना किसी हिचकिचाहट के फायरिंग शुरू कर दी. (फोटो- वीडियो स्क्रीनग्रैब)

बिहार (Bihar) की राजधानी पटना के पारस हॉस्पिटल (Paras Hospital) में हुई हत्या का CCTV फुटेज सामने आया है. अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों में पांचों हमलावर अपनी बंदूकें निकालते, केबिन का दरवाजा खोलते और फिर भागते हुए रिकॉर्ड हुए हैं. इस हमले का निशाना चंदन मिश्रा नाम का शख्स था. पटना के एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने कहा है कि विरोधी गुट ने अस्पताल में घुसकर उसकी हत्या कर दी. इलाज के दौरान चंदन की मौत हो गई.

Advertisement
सब कुछ 30 सेकेंड में हुआ

CCTV फुटेज देखकर ऐसा लगता है कि पांचों हमलावर किसी फिल्म के सीन को रियल लाइफ में उतार रहे हैं. पांचों एक-एक कर के अपनी कमर से पिस्टल निकालते हैं. ना कोई खौफ. ना कोई डर. ना ही बाकी हलचल. हमलावर ऐसे चल रहे थे जैसे उन्हें पता ही नहीं कि वो किसी अपराध को अंजाम देने जा रहे हैं.

कैसे हुआ मर्डर?

वीडियो में साफ-साफ दिख रहा है कि पांचों अपराधी अस्पताल की गैलरी से कतार में गुजरते हुए एक कमरे में घुसते हैं. एक शख्स सफेद शर्ट और नीली जींस में है. बाकी चार कैप लगाए हुए हैं. वे लोग सीधे वॉर्ड की तरफ बढ़े. दरवाजा खोला, और अंदर फायरिंग कर दी. ICU में मौजूद चंदन मिश्रा पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी गईं. ये सब हुआ सिर्फ 30 सेकेंड में. इसके बाद अपराधियों को भागते भी देखा जा सकता है.

Advertisement
पिस्टल निकालने से लेकर भागने तक

जैसे ही अपराधी वार्ड में पहुंचे, एक शख्स ने अपनी कमर से पिस्टल निकाली और बिना किसी हिचकिचाहट के फायरिंग शुरू कर दी. बाकियों ने पीछे से एंट्री की. गोली चलाने के बाद, वे तुरंत वहां से भाग निकले. सबसे आगे एंट्री लेने वाला हमलावर सबसे आखिर में बाहर आता है. वो एकदम नॉर्मल चाल में वहां से निकलता है. और अंत में भागना शुरू करता है.

क्या कह रही है पुलिस?

पटना SSP कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि चंदन मिश्रा कई हत्याओं के मामले में वांछित था और परोल पर था. उन्होंने बताया,

"बक्सर जिले के रहने वाला चंदन मिश्रा के खिलाफ हत्या के दर्जनों मामले दर्ज हैं. उसे बक्सर से भागलपुर जेल ट्रांसफर किया गया था. चंदन परोल पर था और इलाज के लिए पारस अस्पताल में भर्ती था. उसके विरोधी गिरोह के लोगों ने उसे गोली मार दी. बक्सर पुलिस की मदद से हम चंदन शेरू गिरोह के आरोपियों की पहचान कर रहे हैं."

Advertisement

ये घटना बिहार की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान है. पुलिस ने कहा है कि वो इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या अस्पताल के सुरक्षा गार्ड इस घटना में शामिल थे.

नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडीयू-बीजेपी सरकार बढ़ते अपराध के ग्राफ के कारण बैकफुट पर है. इससे विपक्षी RJD और कांग्रेस को विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले राज्य सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है. अस्पताल में हुई इस घटना के बाद RJD नेता तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार से सवाल किया है कि क्या राज्य में कहीं भी कोई सुरक्षित है. उन्होंने पूछा,

"सरकार समर्थित अपराधियों ने आईसीयू में घुसकर अस्पताल में भर्ती एक मरीज को गोली मार दी. क्या बिहार में कहीं भी कोई सुरक्षित है? क्या ऐसा 2005 से पहले हुआ है?"

उधर राज्य के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने अपराधियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा,

"ऐसी घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी गहन जांच की जाएगी और अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा है कि अपराधियों को पकड़ा जाएगा और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी."

चंदन की परोल खत्म होने वाली थी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चंदन मिश्रा की परोल 18 जुलाई को समाप्त होने वाली थी. इसके बाद उसको जेल लौटना था. वो पिछले 12 साल से जेल में था. पहले बक्सर जेल, फिर भागलपुर और उसके बाद वो पटना की बेऊर जेल में था.

साल 2011 में बक्सर के चूना व्यवसायी राजेंद्र केसरी की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. राजेंद्र के परिजनों ने शेरू सिंह और चंदन मिश्रा समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई. 12 फरवरी 2020 को पटना हाई कोर्ट ने दोनों को दोषी ठहराया और दोनों को ही आजीवन कारावास की सजा सुनाई. शेरू सिंह को निचली अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इसे आजीवन कारावास में बदल दिया था.

वीडियो: पटना: अस्पताल में इलाज कराने आए मरीज को गोली मारी, सीसीटीवी में दिखे शूटर्स

Advertisement