पंजाब और राजस्थान की सरकार हाई अलर्ट (Alert in Punjab and Rajasthan) पर है. दोनों राज्य पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ बॉर्डर साझा करते हैं. 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) के बाद, पाकिस्तान लगातार LoC पर सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. रक्षा मंत्रालय ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि पाकिस्तान ने कई जगहों पर हमले की कोशिश की. भारतीय सेना ने इन प्रयासों का जवाब दिया और उन्हें रोक दिया. इसी के मद्देनजर सरकारें अतिरिक्त सावधानी बरत रही हैं.
पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द, स्कूल बंद, 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पंजाब-राजस्थान में हाई अलर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की है. पीएम ने मौजूदा स्थिति के लिए मंत्रालयों की प्लानिंग और तैयारी की समीक्षा की. कई राज्य हाई अलर्ट पर हैं.

पंजाब, पाकिस्तान के साथ 532 किलोमीटर लंबा बॉर्डर शेयर करता है. अधिकारियों ने बताया है कि पंजाब पुलिस ने अपने सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं. ये आदेश पंजाब DGP कार्यालय की ओर से जारी हुआ है. इसमें कहा गया है कि केवल विशेष परिस्थिति में ही छुट्टी दी जा सकती है. उसके लिए संबंधित सीनियर अधिकारी से अनुमति लेनी होगी.
भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण राज्य के सीमावर्ती जिलों में सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है. इसमें फिरोजपुर, पठानकोट, फाजिल्का, अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन जिले शामिल हैं.
इससे पहले पंजाब के मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा था कि सरकार ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.
राजस्थान में भी अलर्टराजस्थान, पाकिस्तान के साथ लगभग 1,070 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है. यहां भी सरकार हाई अलर्ट पर है. इंडिया टुडे ग्रुप के इनपुट्स के मुताबिक, यहां भी सभी प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं.
सावधानी बरतते हुए चार सीमावर्ती जिलों के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है. ये जिले हैं- श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर. अधिकारियों ने कहा है कि इन जिलों का प्रशासन किसी भी संभावित आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारी है.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की है. पीएम ने मौजूदा स्थिति के लिए मंत्रालयों की प्लानिंग और तैयारी की समीक्षा की. मंत्रालयों को हर तरह से तैयार रहने को कहा गया. उन्हें नागरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने, फर्जी खबरों को रोकने और इमरजेंसी रिस्पॉन्स पर ध्यान देने को कहा गया. मंत्रालयों ने भी इसकी पुष्टि की कि वो हर तरह से तैयार हैं.
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गृहमंत्री ने कहा, ‘अलर्ट पर रहें’इससे पहले 7 मई को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीमावर्ती राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. राज्यों से यह कहा गया कि वो जरूरी सामान और सेवाओं की उपलब्धता बनाए रखें. साथ ही, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राहत और बचाव दल जैसे SDRF, सिविल डिफेंस, होम गार्ड्स और NCC को अलर्ट पर रखें.
राज्यों से कहा गया कि सभी मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर देश विरोधी प्रचार पर निगरानी रखी जाए. उन्हें तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए. साथ ही संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा और संचार व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने को भी कहा गया.
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