ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) और भारतीय सेनाओं (Indian Armed Forces) ने एक साझा प्रेस कांफ्रेंस की है. इस प्रेस कांफ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिस्री (Vikram Misri) ने मामले पर जानकारी दी है. एयरफोर्स की ओर से विंग कमांडर व्योमिका सिंह और आर्मी की ओर से कर्नल सोफिया कुरैशी प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थीं. दोनों महिला अधिकारियों ने बारी-बारी से इस ऑपरेशन की डिटेल्स साझा की हैं. जितनी भी स्ट्राइक्स हुईं, उन सभी के वीडियोज़ दिखाए गए.
दो महिला अफसरों की कहानी, जिन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के सबूत देकर, पाक का मुंह बंद कर दिया
Indian Air force की ओर से Wing Commander Vyomika Singh और Indian Army की ओर से Col Sophia Qureshi प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद थीं. भारतीय सेनाओं ने Pakistan और PoK में 'Operation Sindoor' को किस तरह अंजाम दिया, इसका सिलसिलेवार ब्यौरा दुनिया के सामने इन्हीं दोनों महिला सैन्य अधिकारियों ने रखा.
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दो महिला अधिकारियों को इस महत्वपूर्ण प्रेस कांफ्रेंस की कमान देकर भारत ने ये संदेश भी दिया कि ऑपरेशन सिंदूर का मतलब उन महिलाओं के आंसुओं का बदला लेना था, जिन्होंने पहलगाम में हुए जघन्य हमले में अपना सिंदूर खो दिया. साथ ही दो महिला अधिकारियों को कमान देकर भारत ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ये संदेश दिया है कि भारत की सेनाएं बेहद प्रोफेशनल हैं. यहां बड़े ऑपरेशंस और फैसलों में भी महिला अधिकारी बराबर भूमिका में रहती हैं. कौन हैं ये दो महिला अधिकारी, इनके बारे में भी जानते हैं
विंग कमांडर व्योमिका सिंहइंडियन एयरफोर्स की अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह 18 दिसंबर 2004 को इंडियन एयरफोर्स में कमीशन हुई थीं. उपलब्ध जानकारी के मुताबिक विंग कमांडर व्योमिका सिंह एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं. उन्होंने चीता और चेतक हेलीकॉप्टर उड़ाए हैं. सेना की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान विंग कमांडर व्योमिका सिंह अंग्रेजी में ब्रीफिंग दे रही थीं.
विंग कमांडर व्योमिका सिंह बचपन से ही एयरफोर्स जॉइन करना चाहती थीं. अपनी इसीलिए रूचि के कारण वो NCC से भी जुड़ीं. विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने इंजीनियर की पढ़ाई की हैं. 18 दिसंबर 2019 को उन्हें वायुसेना में परमानेंट कमीशन मिला. विंग कमांडर व्योमिका के पास 2500 घंटों से अधिक उड़ान भरने का एक्सपीरियंस है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर जैसे कई चुनौतीपूर्ण इलाकों में भी उड़ान भरी है. इसके अलावा उन्हें पर्वतारोहण में भी महारत हासिल है. 2021 में उन्होंने माउंट मनिरंग पर आयोजित ट्राई-सर्विसेज एक्सरसाइज में भी हिस्सा लिया था. जिसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें खूब सराहा था.
कर्नल सोफिया कुरैशीकर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय थलसेना के सिग्नल्स कोर की अधिकारी हैं. कर्नल सोफिया कुरैशी 1999 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई से सेना में कमीशन हुई थीं. कर्नल सोफिया कुरैशी के दादा ब्रिटिश सेना में थे. कर्नल सोफिया कुरैशी के पति मेजर ताजुद्दीन कुरैशी भी सेना की मेकैनाइज्ड इंफेट्री में सेवाएं दे रहे हैं. मार्च 2016 में, कर्नल सोफिया कुरैशी मल्टीनेशनल मिलिट्री अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं.
एक्सरसाइज फोर्स 18 नामक यह अभ्यास भारत द्वारा आयोजित अब तक का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास है. इस अभ्यास में आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ) के सदस्यों ने भाग लिया, जिसमें भारत, जापान, चीन, रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया शामिल थे. यह अभ्यास 2 मार्च से 8 मार्च के बीच भारत के पुणे में हुआ. इस अभ्यास में 18 टुकड़ियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से लेफ्टिनेंट कर्नल कुरैशी एक टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली एकमात्र महिला अधिकारी थीं. सेना की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी हिंदी में ब्रीफिंग दे रही थीं.
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