प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध विदेशी मुद्रा व्यापार घोटाले से जुड़े एक मामले में रूसी नागरिक पावेल प्रोजोरोव की स्पेन स्थित 131.45 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया है. ये कार्रवाई OctaFX नामक फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई. कुर्क की गई संपत्तियों में एक लग्जरी याच, मिनी जेट बोट, एक लग्जरी कार और स्पेन में दो रिहायशी संपत्तियां शामिल हैं. ED के अनुसार ये सभी संपत्तियां पावेल प्रोजोरोव की हैं, जिन्हें OctaFX प्लेटफॉर्म का मास्टरमाइंड माना जा रहा है.
ED ने स्पेन में किसकी 131 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली?
ये कार्रवाई OctaFX नामक फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत की गई है.

मिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ED की ये जांच पुणे पुलिस द्वारा दर्ज एक FIR पर आधारित है. Fसमें निवेशकों को फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ठगने का आरोप लगाया गया था. जांच में पता चला कि OctaFX ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मंजूरी के बिना भारत में अवैध रूप से संचालन किया. इस प्लेटफॉर्म ने निवेशकों को भारी रिटर्न का लालच देकर ठगा और उनके फंड को शेल कंपनियों और अनधिकृत भुगतान चैनलों के माध्यम से लॉन्ड्रिंग किया.
ED की जांच के अनुसार, OctaFX ने IPL, सोशल मीडिया और मशहूर हस्तियों के माध्यम से प्रचार किया. साथ ही फर्जी ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम पर फर्जी खातों के माध्यम से निवेशकों का पैसा इकट्ठा करके मनी लॉन्ड्रिंग की. ED ने कहा,
"ये फर्जी फर्म नकली डायरेक्टर और हेरफेर किए गए KYC के माध्यम से व्यापारियों के रूप में पेमेंट मर्चेंट तक पहुंच बनाती थी. फंड को एस्क्रो खातों के माध्यम से भेजा जाता था. जिससे लेनदेन को छुपाने में मदद मिलती थी.”
ED ने ये भी बताया कि OctaFX ने धन के सोर्स को छिपाने के लिए URL मास्किंग तकनीकों का सहारा लिया. जिससे उन्होंने इन्वेस्टर्स से अपने काम को छुपाए रखा. यही नहीं, प्लेटफॉर्म ने ट्रेड में भी फर्जीवाड़ा किया, जिस वजह से निवेशकों को काफी नुकसान हुआ. ED ने दावा किया कि OctaFX ने एक साल से भी कम समय में 800 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई, जिसे विभिन्न खातों के माध्यम से विदेशी संस्थाओं को ट्रांसफर कर दिया गया.
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