मध्यप्रदेश के कटनी जिले की रहने वाली अर्चना तिवारी (Archana Tiwari Missing) बीते 14 दिनों से लापता हैं. अर्चना मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर पीठ में वकील हैं और इंदौर के एक गर्ल्स हॉस्टल में रहकर सिविल जज परीक्षा की तैयारी भी करती थीं. 5 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के लिए वो ट्रेन से अपने घर कटनी के लिए निकली थीं. लेकिन, 6 अगस्त को जब ट्रेन कटनी साउथ स्टेशन पर रुकी, तो घरवालों को सिर्फ उनका बैग मिला.
चलती ट्रेन से लापता हुई MP हाईकोर्ट की वकील, 14 दिन बाद भी नहीं मिला कोई सुराग
Archana Tiwari Missing Case: 5 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के लिए अर्चना ट्रेन से अपने घर कटनी के लिए निकली थीं. लेकिन, 6 अगस्त को जब ट्रेन कटनी साउथ स्टेशन पर रुकी, तो घरवालों को सिर्फ उनका बैग मिला.
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 29 साल की अर्चना तिवारी के लापता होने के बाद कई राज्यों में खोज शुरू हो गई है और सवाल उठने लगे हैं कि घर पहुंचने के लिए जो 12 घंटे की यात्रा होनी चाहिए थी, उस दौरान आखिर क्या हुआ? गुमशुदगी से पहले अर्चना तिवारी की आखिरी तस्वीरें इंदौर के सत्कार गर्ल्स हॉस्टल से मिली हैं, जहां रह कर अर्चना सिविल जज की तैयारी कर रही थी.
उनके लापता होने के करीब दो हफ्ते बाद उनका परिवार CBI जांच की मांग कर रहा है. अर्चना के भाई अभिषेक ने कहा,
वह जज बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रही थी. हम उसे रक्षाबंधन पर देखने की उम्मीद कर रहे थे. फिर वह अचानक गायब हो गई.
5 अगस्त की सुबह, अर्चना अपना बैग लेकर इंदौर स्थित अपने हॉस्टल से निकली और नर्मदा एक्सप्रेस में सवार हो गई. उस रात 10 बजकर 16 मिनट पर अर्चना ने अपनी चाची को फोन किया और बताया कि वह भोपाल के पास पहुंच गई है. यह उनकी आखिरी बातचीत थी. यानी यह स्पष्ट है कि अर्चना भोपाल तक सही-सलामत पहुंच चुकी थीं. अगली सुबह 6 अगस्त को जब ट्रेन कटनी साउथ रेलवे स्टेशन पर पहुंची, तो उनका परिवार प्लेटफार्म पर इंतजार कर रहा था. लेकिन अर्चना बाहर नहीं आई.
उनकी आखिरी लोकेशन नर्मदापुरम जिले में नर्मदा रेलवे ब्रिज के पास मिली थी, जिसके बाद पुलिस इस इलाके में तलाशी अभियान चला रही है. जांच के लिए कई जिलों में टीमें तैनात की गई हैं. GRP अधीक्षक राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि अर्चना का आखिरी वेरीफाइड लोकेशन इटारसी रेलवे स्टेशन था, जहां प्रत्यक्षदर्शियों ने उसे ट्रेन में देखे जाने की सूचना दी थी. लेकिन ट्रेन में दिखने और कटनी तक की यात्रा के बीच क्या हुआ, यह अब भी रहस्य है.
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उन्होंने इस थ्योरी को नकारते हुए कहा कि इतनी भीड़-भाड़ वाली जगह से उन्हें अगवा नहीं किया गया होगा. पुलिस टीमें रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से लेकर इटारसी और कटनी तक के इलाकों में छानबीन कर रही हैं और स्टेशनों और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं. वहीं, होमगार्ड और SDRF की टीमों को नर्मदा नदी के उस हिस्से में तलाशी के लिए तैनात किया गया है जहां उनका फोन आखिरी बार एक्टिव मिला था.
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