कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अपनी ही पार्टी में डावांडोल स्थिति है. अब तो सीधे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी उन पर तंज कस दिया है. उन्होंने पहले तो थरूर की अंग्रेजी की तारीफ की, लेकिन बाद में उनका नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोगों के लिए 'मोदी पहले' हैं. मल्लिकार्जुन खरगे के सख्त बयान के बाद लोगों को शशि थरूर के जवाब का भी इंतजार था. उन्होंने भी ज्यादा समय नहीं लिया और अपने ही अंदाज में पलटवार किया.
मल्लिकार्जुन खरगे ने 'मोदी फर्स्ट' से शशि थरूर को ताना मारा, जवाब भी फौरन आया
Shashi Tharoor को लेकर Congress के अध्यक्ष Mallikarjun Kharge से कई सवाल पूछ गए है, जिसके उन्होंने खुलकर जवाब दिए. इस दौरान खरगे ने थरूर की अंग्रेजी की भी तारीफ की.

बुधवार, 25 जून को कांग्रेस की प्रेस ब्रीफिंग हुई. इसमें मल्लिकार्जुन खरगे से शशि थरूर के लिखे एक आर्टिकल को लेकर सवाल पूछा गया. थरूर ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए ये आर्टिकल लिखा था. इसमें उन्होंने पीएम मोदी को 'वैश्विक मंच पर भारत की प्रमुख संपत्ति' बताया था.
इंडिया टुडे से जुड़ीं मौसमी सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, इस आर्टिकल पर पूछे गए सवाल का खरगे ने जवाब दिया,
"मुझे अंग्रेजी पढ़ने में नहीं आती, उनकी लैंग्वेज बहुत अच्छी है. इसीलिए तो हमने उन्हें पार्टी में वर्किंग कमेटी (CWC) मेंबर बनाया है. लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि सभी लोग, विपक्ष के सभी लोग मिलकर, हमने कहा कि देश की आर्मी के साथ हैं, जो हमारी आर्मी लड़ रही है, उसके साथ हैं. इसीलिए पहली आवाज मैंने उठाई… गुलबर्ग की पत्रकार परिषद में हम बोले कि देश सबसे बड़ा है. देश के लिए हम सभी लोग मिलकर काम करेंगे. हमने कहा- 'पार्टी बाद, देश फर्स्ट.' अब चंद लोग ऐसा कहते हैं- 'मोदी फर्स्ट, देश बाद'. अब हम क्या करें इसमें?"
कांग्रेस प्रमुख से ये भी पूछा गया कि क्या पार्टी शशि थरूर के खिलाफ कोई एक्शन लेने से डर रही है. मल्लिकार्जुन खरगे ने इस पर भी पार्टी का स्टैंड साफ कर दिया. उन्होंने कहा,
"हमारी पार्टी है, हम हैं, चिंता मत करिए. हमारे यहां करीब 34 वर्किंग कमेटी मेंबर्स, 34 परमानेंट इनवाइटीज, करीब 30 लोग स्पेशल इनवाइटीज हैं. अब वो (शशि थरूर) बोल रहे हैं, अपनी इच्छा के अनुसार वो बोल रहे हैं. बार-बार उस बात को दोहराने की जरूरत नहीं है. हमको देश की चिंता लगी है. देश को कैसे बचाएं? अगर किसी को (किसी) और की चिंता है, तो उनसे आप पूछ सकते हैं."
मल्लिकार्जुन खरगे के इस बयान के थोड़ी देर बाद थरूर ने भी पलटवार कर दिया. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट किया, जिसमें आजादी से उड़ने का संकेत हैं. उन्होंने लिखा,
"उड़ने की इजाजत मत मांगो. पंख तुम्हारे हैं. और आसमान किसी का नहीं."
हालांकि, थरूर ने उन अटकलों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा है कि वे पार्टी बदल सकते हैं या कांग्रेस की कट्टर प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, थरूर ने मंगलवार, 23 जून को साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक कोशिशों की तारीफ करने वाले उनके हालिया आर्टिकल को भाजपा में शामिल होने के उनके संकेत के रूप में नहीं समझना चाहिए.
पहलगाम आतंकवादी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मोदी सरकार ने कई देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे थे. शशि थरूर ने इनमें से एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए अमेरिका और चार अन्य देशों का दौरा किया था. ये प्रतिनिधिमंडल भेजने का मकसद अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर भारत के रुख के बारे में बताना था.
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