पंजाब के लुधियाना ज़िले में एक महिला पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक ट्रैवल एजेंट को किडनैप किया और उसकी पिटाई कर दी (Ludhiana Travel agent thrashed). क्योंकि एजेंट ने कथित तौर पर महिला के भतीजे को वीज़ा पर रूस भेजा था, जिसे एयरपोर्ट से ही भारत डिपोर्ट (Indians Deportation) कर दिया गया था. आरोप है कि इन लोगों ने दूसरे वीज़ा पर चर्चा करने के बहाने एजेंट को फुसलाकर दूसरी जगह पर बुलाया था.
पंजाब: 'फर्जी वीजा' पर भेजा गया भारतीय हुआ डिपोर्ट, चाची ने ट्रैवेल एजेंट को किडनैप करवा लिया!
Ludhiana ‘deportation’ Travel agent thrashed: आरोपियों में से एक महिला ने ट्रैवल एजेंट को फोन किया और बताया कि उसका पति भी विदेश जाने की प्लानिंग कर रहा है. ऐसे में उसे वीज़ा के लिए मदद की ज़रूरत है. लेकिन जैसे ही लोविंदर सिंह पहुंचा, आरोपियों ने उसे जबरन अगवा कर लिया.

महिला जसवीर कौर के साथ-साथ अन्य आरोपियों की पहचान (महिला के सहयोगी) राजू, बंटी, गुरबाज सिंह, कमलजीत कौर और मेवा सिंह के रूप में हुई है. ये सभी मुल्लांपुर शहर के रहने वाले हैं. वहीं, ट्रैवल एजेंट लोविंदर सिंह लोहारा के न्यू आज़ाद नगर में स्थित बापू मार्केट का रहने वाला है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, पुलिस ने बताया कि लोविंदर सिंह ने महिला जसविंदर कौर के भतीजे अमृतपाल सिंह के लिए रूसी वीज़ा की व्यवस्था की थी. उसने वीजा प्रोसेसिंग के लिए 3 लाख रुपये लिए और अमृतपाल रूस चला गया. लेकिन रूसी हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उसे भारत भेज दिया गया. इससे वीज़ा के लिए भुगतान किए गए पैसे को लेकर दोनों में विवाद हो गया.
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पुलिस ने आगे बताया कि इस डिपोर्ट किये जाने से जसवीर कौर नाराज़ हो गई और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पैसे वसूलने की प्लानिंग की. उसने लोविंदर सिंह को फोन किया और बताया कि उसका पति भी विदेश जाने की प्लानिंग कर रहा है. ऐसे में उसे वीज़ा के लिए मदद की ज़रूरत है. लेकिन जैसे ही लोविंदर सिंह पहुंचा, आरोपियों ने उसे जबरन अगवा कर लिया और मुल्लांपुर ले गए. वहां कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की गई और पैसे वापस करने की मांग की गई.
मामले पर सराभा नगर के SHO इंस्पेक्टर नीरज चौधरी की भी प्रतिक्रिया आई है. हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, उन्होंने बताया कि लोविंदर सिंह ने दावा किया कि अमृतपाल सिंह ख़ुद ही भारत लौट आया. जबकि अमृतपाल ने का कहना है कि उसे रूसी एयरपोर्ट अधिकारियों ने वापस भेज दिया था. इसके चलते पैसे वापस मांगे गए.
आरोपियों और लोविंदर के बीच मामला तब सुलझा, जब उसने किसी तरह अपने एक परिचित से संपर्क किया. उस परिचित ने ‘किडनैपर्स’ को आश्वासन दिया कि पैसे वापस कर दिए जाएंगे. इसके बाद, आरोपियों ने उसे छोड़ दिया. जिसके बाद उसने तुरंत सराभा नगर पुलिस से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई.
SHO इंस्पेक्टर नीरज चौधरी का कहना है कि आरोपियों के ख़िलाफ़ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 140(3) (अपहरण), 191(3) (घातक हथियारों के साथ हमला), 190 (अवैध रूप से इकट्ठा होना) और 61(2) (आपराधिक साज़िश) के तहत FIR दर्ज कर ली गई है. आरोपियों की खोजबीन जारी है.
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