राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य पद से मंजू शर्मा (Manju Sharma) का इस्तीफा मंजूर हो गया है. पेपर लीक मामले में राजस्थान हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया था. जिसे अब राज्यपाल हरिभाई बागड़े ने मंजूर कर लिया है. राजभवन ने एक बयान में इसकी पुष्टि की.
कुमार विश्वास की पत्नी का RPSC से इस्तीफा मंजूर, SI भर्ती विवाद के बाद छोड़ा था पद
हाल ही में राजस्थान हाईकोर्ट ने सब-इंस्पेक्टर भर्ती (2021) को रद्द करते हुए RPSC सदस्यों के खिलाफ सख्त टिप्पणी की थी. जिसके बाद Manju Sharma ने RPSC के सदस्य पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया था.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कथावाचक कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा, राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की सदस्य थीं. हाल ही में राजस्थान हाई कोर्ट ने सब-इंस्पेक्टर भर्ती (2021) को रद्द करते हुए RPSC सदस्यों के खिलाफ सख्त टिप्पणी की थी. जिसके कुछ दिनों बाद उन्होंने RPSC से अपना इस्तीफा सौंप दिया था.
बताते चलें कि 2021 में अशोक गहलोत सरकार के दौरान आयोजित की गई यह परीक्षा कांग्रेस और सत्ताधारी BJP के बीच राजनीतिक घमासान का केंद्र रही थी. अब तक 50 से ज्यादा ट्रेनी सब-इंस्पेक्टरों समेत 120 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
हाई कोर्ट ने पेपर लीक की वजह से 2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी. कोर्ट ने कहा था कि RPSC में ‘प्रणालीगत भ्रष्टाचार’ था, जिसमें इसके सदस्य शामिल थे. इसके अलावा लिखित और इंटरव्यू दोनों चरणों में समस्याएं थीं. हाईकोर्ट ने 28 अगस्त के अपने आदेश में कहा था कि पेपर लीक होने और इंटरव्यू प्रक्रिया को प्रभावित करने में RPSC सदस्यों ने अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई.
कोर्ट ने मंजू शर्मा समेत आयोग के कई अन्य सदस्यों की ‘मिलीभगत और संलिप्तता’ को भी चिंताजनक बताया था. आरोप-पत्र के मुताबिक, इन सदस्यों को आयोग के सदस्यों के बीच निजी लाभ के लिए होने वाले लेन-देन और गड़बड़ियों की पूरी जानकारी थी.
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राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को लिखे पत्र में मंजू शर्मा ने लिखा था,
मैंने अपना पूरा कामकाजी और निजी जीवन पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करते हुए बिताया है, लेकिन हाल ही में एक भर्ती प्रक्रिया में उठे विवाद की वजह से मेरी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा और पूरे आयोग की गरिमा प्रभावित हुई है. किसी भी पुलिस संस्थान या जांच एजेंसी में मेरे खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई जांच लंबित नहीं है, न ही मुझे कभी किसी मामले में आरोपी माना गया है.

आगे उन्होंने लिखा,
फिर भी, सार्वजनिक जीवन में शुचिता के पक्ष में रहते हुए और आयोग की गरिमा, निष्पक्षता और पारदर्शिता को सबसे ऊपर मानते हुए मैं अपनी मर्जी से अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं.
मंजू शर्मा ने भूगोल में पीएचडी और एमए की डिग्री हासिल की है. इससे पहले, वह भरतपुर के सरकारी MSJ पीजी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर थीं. उन्हें अक्टूबर 2020 में कांग्रेस सरकार ने RPSC सदस्य नियुक्त किया था.
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