उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक युवक ने कथित तौर पर अपने दोस्त के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी. आरोप है कि उसने दृष्यम फिल्म और क्राइम पेट्रोल सीरीज देखकर इसकी साजिश रची थी. इसलिए वो शव को बगल के जिले औरैया ले गया. फिर सड़क किनारे नहर के पास शव को पेट्रोल से आग लगा दी. आरोपी ने कथित तौर पर ऐसी व्यवस्था की, जिससे पिता के मोबाइल का आखिरी लोकेशन बिहार में मिले. ताकि किसी को शक ना हो.
'दृष्यम' फिल्म देखकर बनाया प्लान, फिर किया पापा का मर्डर, दोस्त के लालच ने पकड़वा दिया
Kanpur Man Kills Father: DCP दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि रामजी तिवारी ने अपने दोस्त ऋषभ शुक्ला के साथ मिलकर अपने पिता को मारने की साजिश रची. आरोपी ने ये कृत्य फिल्म दृश्यम और क्राइम पेट्रोल देखने के बाद किया. दोनों ने पूरा प्लान बनाया लेकिन, एक वजह से दोनों पकड़े गए.


कानपुर (वेस्ट जोन) के DCP दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि मृतक कमलापति तिवारी (62) कल्याणपुर के ओल्ड शिवली रोड के रहने वाले थे. वो बिहार में रेलवे गार्ड के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. कमलापति तिवारी की पत्नी उनके साथ वृंदावन में रहती थीं. जबकि बच्चे अलग रहते थे. बताया गया कि वो घटना के समय कानपुर में थे.
आजतक से जुड़े रंजय सिंह की खबर के मुताबिक, कमलापति तिवारी 15 मार्च 2025 को किसी काम से घर से निकले थे. लेकिन वापस नहीं लौटे और उनका फोन भी बंद मिला. उनकी पत्नी मधु तिवारी ने रिश्तेदारों और दोस्तों से पूछताछ की. लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला. ऐसे में उन्होंने 12 जून, 2025 को कल्याणपुर पुलिस से संपर्क किया.
इस दौरान पुलिस ने बताया कि 18 मार्च, 2025 को एक अज्ञात बुजुर्ग का शव बरामद हुआ था. मधु तिवारी ने शव की पहचान की. जिसके बाद गुमशुदगी के मामले को हत्या के मामले में बदल दिया गया. जांच में कमलापति तिवारी की आखिरी मोबाइल लोकेशन बिहार के जयनगर में मिली.
पुलिस ने बताया कि आरोपी बेटे रामजी तिवारी ने अपने दोस्त ऋषभ शुक्ला से कहा था कि वो पिता का मोबाइल फोन बिहार ले जाए. फिर उसे एक बार चालू करे और फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए बंद कर दे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोस्त ने किया भी वही. लेकिन, वो मोबाइल नेपाल में अच्छे दामों में बेचने के लालच में लेकर लौट आया.
बाद में पुलिस ने मोबाइल बरामद कर लिया. शुक्रवार, 19 सितंबर को जब आरोपियों के साथ सख्ती से पूछताछ की गई, उन्होंने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. पुलिस ने बताया कि रिटायर्ड कमलापति तिवारी आठ दुकानों के मालिक थे. उन्हें नियमित पेंशन मिलती थी. लेकिन वो अपने बच्चों को कोई आर्थिक मदद नहीं देते थे.
DCP दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि इसी पारिवारिक विवाद के चलते रामजी तिवारी ने अपने दोस्त ऋषभ शुक्ला के साथ मिलकर उन्हें मारने की साजिश रची. पुलिस ने आगे कहा कि आरोपी रामजी ने ये काम फिल्म दृश्यम और क्राइम पेट्रोल देखने के बाद किया था. 19 सितंबर को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
कमलापति के दो बेटे और एक बेटी हैं. उनका दूसरा बेटा शिक्षक है और वो अपनी पत्नी व बच्चों के साथ कानपुर में रहता है. जबकि बेटी की शादी ओडिशा में हुई है.
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