पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को प्रोस्टेट कैंसर होने की जानकारी सामने आई है (Joe Biden Prostate Cancer). बताया गया कि कैंसर की कोशिकाएं बाइडन के हड्डियों तक फैल गई हैं. बाइडन की इस बीमारी के बारे में पता चलने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) और पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने दुख जताया है.
जो बाइडन को एडवांस स्टेज प्रोस्टेट कैंसर, हड्डियों तक फैला रोग, ट्रंप और हैरिस ने कही ये बात...
Joe Biden Prostate Cancer News: प्रोस्टेट कैंसर को स्कोर के ज़रिए मापा जाता है, जिसे ग्लीसन स्कोर कहा जाता है. बाइडन के ऑफ़िस का कहना है कि उनका स्कोर 9 था. यानी ये दर्शाता है कि उनका कैंसर सबसे आक्रामक है.
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डॉनल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट किया. लिखा कि वो इस खबर से दुखी हैं और जो बाइडन के जल्द और सफल स्वस्थ होने की कामना करते हैं.
वहीं, पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस X पर पोस्ट कर बताया वो इस ख़बर से दुखी हैं. उन्होंने लिखा,
Joe Biden के ऑफ़िस ने क्या बताया?इस समय जो बाइडन और उनका पूरे परिवार हमारे दिलों और प्रार्थनाओं में हैं. वो एक योद्धा हैं. मैं जानती हूं कि वो इस चुनौती का सामना उसी ताकत, धीरज और आशावाद के साथ करेंगे, जो हमेशा उनके जीवन और नेतृत्व में झलका है. हम उनके पूरी तरह से और जल्द ठीक होने की आशा करते हैं.
जो बाइडन के ऑफ़िस ने बताया कि पिछले हफ़्ते पेशाब संबंधी लक्षण और प्रोस्टेट ग्रंथि में गांठ पाए जाने के बाद पता चली थी. इसके बाद को डॉक्टरों ने जो बाइडन की जांच की. 16 मई को उन्हें प्रोस्टेट कैंसर का पता चला, जिसमें कैंसर की कोशिकाएं हड्डियों तक फैल गई थीं.
जो बाइडन के ऑफ़िस ने आगे बताया कि ये बीमारी का ज़्यादा आक्रामक रूप है. बाइडन और उनका परिवार अपने डॉक्टरों के साथ इलाज के तरीक़ों को लेकर लगातार चर्चा कर रहा है.
प्रोस्टेट कैंसर को स्कोर के ज़रिए मापा जाता है, जिसे ग्लीसन स्कोर कहा जाता है. जो 1 से 10 के पैमाने पर मापता है कि कैंसर से ग्रस्त कोशिकाएं सामान्य कोशिकाओं की तुलना में कितनी ज़्यादा हैं. बाइडन के ऑफ़िस का कहना है कि उनका स्कोर 9 था. यानी ये दर्शाता है कि उनका कैंसर सबसे आक्रामक है.
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Prostate Cancer होता क्या है?पुरुषों में प्रोस्टेट ग्रंथि पाई जाती है. ये पेशाब की थैली के नीचे मौजूद होती है. प्रोस्टेट ग्रंथि का रोल पुरुषों के सेक्शुअल फंक्शन में होता है. प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate Gland) में होने वाले कैंसर को प्रोस्टेट कैंसर कहते हैं. इस कैंसर की वजह से काफी पुरुषों की मौत भी हो जाती है.
आमतौर पर PSA ब्लड टेस्ट या ELE की जांच के दौरान ही ज्यादातर प्रोस्टेट कैंसर का पता चलता है. प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण तब पता चलते हैं जब ये फैल चुका हो. बार-बार पेशाब जाना, तेज पेशाब लगने जैसे लक्षण प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने और प्रोस्टेट कैंसर होने पर दिख सकते हैं.
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों को होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है. डराने वाली बात ये है कि इसके लक्षण इतनी आसानी से पकड़ में नहीं आते. अगर आते भी हैं, तो लोग अक्सर इन्हें नज़रअंदाज़ कर देते हैं. वजह? क्योंकि इसके लक्षण यूरिन इन्फेक्शन से काफ़ी मिलते-जुलते हैं.
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