जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का राज्य के पर्यटन उद्योग पर सीधा प्रभाव पड़ा है. इस हमले के बाद से घबराए टूरिस्टों ने अपनी यात्राएं रद्द कर दी हैं. जो लोग इस समय श्रीनगर (Srinagar) में हैं वो वापस लौट रहे हैं. होटल बिजनेस से जुड़े लोग आशंका जता रहे हैं कि इस हमले का राज्य में पर्यटन पर निर्भर लोगों की आजिविका पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
पहलगाम में आतंकी हमला और कश्मीर की कमाई पर 21,000 करोड़ का ब्रेक!
Pahalgam में हुए आतंकी हमले का असर Jammu & Kashmir के टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ता दिख रहा है. इंडियन एसोसिएशन फॉर टूर ऑपरेटर्स (IATO) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 23 अप्रैल की दोपहर तक जम्मू कश्मीर की निर्धारित यात्राओं की 35 फीसदी बुकिंग रद्द हो चुकी थी.

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए लुधियाना स्थित ट्रैवल कंपनी ट्रैवल विद करण के मालिक करन ने बताया,
23 अप्रैल की सुबह से हमें केवल कैंसिलेशन के कॉल ही मिल रहे हैं. श्रीनगर में मौजूद पर्यटक वापस लौटना चाहते हैं.
करन ने आगे बताया कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से उनकी कंपनी के 30 से ज्यादा समर टूर रद्द हो चुके हैं. इनमें से ज्यादातर अमरनाथ यात्रा से जुड़े थे. वहीं इंडियन एसोसिएशन फॉर टूर ऑपरेटर्स (IATO) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 23 अप्रैल की दोपहर तक जम्मू कश्मीर की निर्धारित यात्राओं की 35 फीसदी बुकिंग रद्द हो चुकी थी.
पहलगाम में ये हमला ऐसे समय में हुआ है, जब कोविड के बाद राज्य में टूरिज्म इंडस्ट्री एक बार फिर से रफ्तार पकड़ चुकी थी. होटल फुल थे, डल लेक पर शिकारे गुलजार थे, टैक्सियां लाइन में खड़ी थीं. और एयरपोर्ट से लेकर पहलगाम तक हर जगह पर्यटकों की चहल-पहल दिख रही थी. लेकिन इस घटना ने एक बार फिर कश्मीर की वादियों में डर और सन्नाटा फैला दिया है.
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पिछले कुछ सालों में जम्मू कश्मीर के टूरिज्म सेक्टर में बड़ा उछाल देखने को मिला है. 2019 में आर्टिकल 370 हटने के बाद घाटी में अस्थिरता का माहौल था. फिर कोविड ने सब कुछ रोक दिया. लेकिन साल 2021 से हालात बेहतर होने शुरू हुए.
जम्मू कश्मीर टूरिज्म विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2021 में कुल 1.13 करोड़ पर्यटक राज्य में पहुंचे. 2022 में ये आंकड़ा बढ़कर 1.88 करोड़ हुआ. और 2023 में यह आंकड़ा 2.11 करोड़ तक पहुंच गया. पिछले साल 2024 में तो रिकॉर्ड 2.36 करोड़ पर्यटक जम्मू कश्मीर घूमने पहुंचे, इनमें से 27 लाख पर्यटक अकेले कश्मीर पहुंचे.
जम्मू कश्मीर के आधिकारिक आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक पर्यटन जम्मू कश्मीर के GSDP में 7 से 8 फीसदी का योगदान देता है. आर्थिक सर्वेक्षण और बजट दस्तावेज में इसका स्पेस्फिक आंकड़ा नहीं मिलता. राज्य की सालाना GSDP 2.65 लाख करोड़ रुपये है. इस हिसाब से टूरिज्म की हिस्सेदारी 18,500 से 21,200 करोड़ रुपये की आएगी.
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