The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • india halts indus river water treaty saarc visa pakistan advisors expelled diplomatic downsize

पाकिस्तानी वीज़ा रद्द, सिंधु जल संधि रोकी गई, अटारी बॉर्डर बंद, पहलगाम हमले के बाद भारत के सख्त फैसले

वाघा-अटारी सीमा तत्काल बंद. पाक नागरिकों के लिए वीजा नहीं.

Advertisement
india halts indus river water treaty saarc visa pakistan advisors expelled diplomatic downsize
भारत ने पाक मिशनों से अपने राजनयिकों को वापस बुलाया. (फोटो- PTI)
23 अप्रैल 2025 (Updated: 23 अप्रैल 2025, 09:51 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सेक्योरिटी (CCS) की मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए गए हैं. मीटिंग के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सरकार ने पाकिस्तान से हुई इंडस वॉटर ट्रिटी पर रोक लगा दी गई है. इसके अलावा भारत सरकार ने अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद करने का आदेश दिया है. सरकार ने भारत में पाकिस्ता के उच्चायोग में पाकिस्तानी अधिकारियों की संख्या कम करने का आदेश दिया है. 

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि इस आतंकवादी हमले की गंभीरता को समझते हुए, सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) ने निम्नलिखित उपायों पर निर्णय लिया.

- 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है.

-  अटारी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक जो लोग वैध तरीके से सीमा पार कर चुके हैं, वो 1 मई 2025 से पहले उस मार्ग से वापस आ सकते हैं.

- पाकिस्तानी नागरिकों को SAARC वीजा छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी SPES वीजा को रद्द माना जाएगा. SPES वीजा के तहत वर्तमान में भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं.

- नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया जाता है. उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है. 1 मई तक उच्चायोगों की कुल संख्या को कम किया जाएगा. ये वर्तमान में 55 से घटाकर 30 कर दी जाएगी.

- भारत अपने स्वयं के वीजा वापस ले लेगा. इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से रक्षा, नौसेना और वायु सेना के सलाहकार, संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाते हैं.

विदेश सचिव ने बताया कि CCS ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सभी बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया. कमेटी ने संकल्प लिया कि इस हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके मसर्थन करने वालों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. उन्होंने बताया कि तहव्वुर राणा के हाल ही में प्रत्यर्पण के साथ, भारत उन लोगों की तलाश में अथक प्रयास करेगा जिन्होंने आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया है या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है.

वीडियो: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी मीडिया ने दी प्रतिक्रिया

Advertisement