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IIM कलकत्ता रेप केस उलझा, सर्वाइवर ने अब तक दर्ज नहीं कराया बयान

शिकायत के मुताबिक़, IIM-कलकत्ता के सेकंड ईयर के छात्र परमानंद टोप्पनवार ने उसे 'काउंसलिंग सेशन' के लिए बुलाया था. ऐसे में वो 11 जुलाई को जोका कैंपस हॉस्टल में पहुंची. सर्वाइवर ने दावा किया कि आरोपी ने उसे एक नशीला ड्रिंक दिया. जिसे पीने के बाद वो बेहोश हो गई. होश में आने के बाद उसे पता लगा कि उसके साथ रेप हुआ है.

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IIM कलकत्ता रेप केस: कोलकाता पुलिस को कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं. (फ़ाइल फ़ोटो- PTI)

IIM कलकत्ता रेप केस में कोलकाता पुलिस को अपनी जांच आगे बढ़ाने में मुश्किलात आ रही है. कारण है, सर्वाइवर युवती और उसके परिवार का 'मदद ना करना'. 20 साल की सर्वाइवर ने अपने मेडिकल-लीगल जांच के लिए सहमति नहीं दी है. सोमवार, 14 जुलाई को भी वो अपना बयान दर्ज कराने के लिए पेश नहीं हुई.

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मामला क्या है?

सर्वाइवर युवती का कहना है कि वो एक मनोवैज्ञानिक (Psychologist) है. 12 जुलाई को पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक़, IIM-कलकत्ता के सेकंड ईयर के छात्र परमानंद टोप्पनवार ने उसे 'काउंसलिंग सेशन' के लिए बुलाया था. ऐसे में वो 11 जुलाई को जोका कैंपस हॉस्टल में पहुंची. सर्वाइवर ने दावा किया कि आरोपी ने उसे एक नशीला ड्रिंक दिया. जिसे पीने के बाद वो बेहोश हो गई. होश में आने के बाद उसे पता लगा कि उसके साथ रेप हुआ है.

शिकायत के बाद कोलकाता पुलिस हरकत में आई. रविवार, 13 जुलाई को जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया. बताया गया कि इसका नेतृत्व एक एसीपी रैंक के अधिकारी करेंगे और इसमें तीन महिला अधिकारी शामिल होंगी. 26 साल के परमानंद टोप्पनवार को गिरफ़्तार भी कर लिया गया.

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पुलिस को क्या समस्या आ रही?

जांच से जुड़े एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने सर्वाइवर युवती से संपर्क किया. क्योंकि वो जानना चाहते थे कि युवती ने क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट का कोर्स कहां से किया और क्या उसके पास काउंसलिंग सेशन देने का वैध लाइसेंस है. लेकिन युवती से संपर्क नहीं हो सका.

एक अन्य पुलिस अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा कि SIT की प्राथमिकता अब महिला से बात करके घटनाक्रम की पुष्टि करना है. क्योंकि घटनाक्रम अब भी स्पष्ट नहीं है. और इसकी वजह है महिला के पिता के विरोधाभासी बयान.

दरअसल, सर्वाइवर युवती के पिता ने दावा किया है कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं थी. उन्होंने बताया था कि 11 जुलाई की रात 9.34 बजे उन्हें एक फ़ोन आया, जिसमें बताया गया कि उनकी बेटी ऑटो से गिर गई है और बेहोश हो गई है. पिता के मुताबिक़, पुलिस ने उन्हें बताया कि उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

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विजिटर्स रजिस्टर!

पूछताछ के दौरान आरोपी परमानंद टोप्पनवार ने दावा किया कि वो कुछ महीने पहले एक काउंसलिंग ऐप के जरिए युवती के संपर्क में आया. उसने पुलिस को बताया कि उसने हॉस्टल वॉर्डन को सूचित किया था कि एक काउंसलर उससे मिलने आएगा. ऐसे में वॉर्डन ने हॉस्टल रजिस्टर में महिला के आने की एंट्री नहीं की.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक़, IIM-कलकत्ता प्रशासन ने भी इसे लेकर अपना रुख साफ किया. बताया कि परमानंत टोप्पनवार ने संस्थान को एक मेल भेजा था. इस मेल में बताया गया कि 11 जुलाई को उसका एक दोस्त परिसर में उससे मिलने आएगा.

गौर करने वाली बात ये है कि पुलिस को दी गई शिकायत में सर्वाइवर युवती ने कहा था कि जब वो कैंपस पहुंची, तो परमानंद टोप्पनवार उसे गेट पर मिला. विजिटर्स रजिस्टर में अपना नाम दर्ज न करने को कहा. जिससे उसे कुछ शक हुआ.

मोबाइल के टावर लोकेशन की जांच

सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पुलिस सर्वाइवर के मोबाइल टावर लोकेशन की भी जांच कर रही है. क्योंकि उसने दावा किया है कि जब उसे होश आया, तो वो रात 8.30 बजे तक IIM कलकत्ता हॉस्टल में थी. लेकिन कॉलेज का कहना है कि वो दोपहर में ही कैंपस से चली गई थी. इसलिए इस बात की पुष्टि की जानी ज़रूरी है. फोरेंसिक एक्सपर्ट्स आरोपी और सर्वाइवर युवती, दोनों के मोबाइल फोन की जांच कर रहे हैं.

वीडियो: छात्रा को बॉयज हॉस्टल में बुलाया, नशीला ड्रिंक पिलाकर किया रेप, IIM कलकत्ता की घटना

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